क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपको नॉर्वे में नौकरी मिल जाए और वहां की सैलरी भारतीय रुपये में कितने होंगे? आज हम आपको इसी दिलचस्प गणित के बारे में बताएंगे. नॉर्वे अपनी खूबसूरती, अच्छे रहन सहन और शानदार सैलरी पैकेज के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. यहां की करेंसी है नार्वेजियन क्रोन (Norwegian Krone) है.

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वर्तमान समय में 1 नार्वेजियन क्रोन की कीमत लगभग 8.85 भारतीय रुपये है. ऐसे में अगर आपके पास 1 लाख नार्वेजियन क्रोन हैं, तो यह भारतीय रुपये में करीब 8 लाख 85 हजार रुपये के बराबर होगा. यानी एक लाख क्रोन को भारतीय मुद्रा में बदलने पर आप करोड़पति तो नहीं बनेंगे, लेकिन निश्चित रूप से एक शानदार रकम आपके हाथ में होगी.

नॉर्वे में नौकरी करने का फायदा

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नॉर्वे यूरोप के उन देशों में गिना जाता है जहां वेतन पैकेज काफी आकर्षक होता है. खासकर इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर, ऑयल एंड गैस और आईटी सेक्टर में काम करने वालों को यहां मोटा वेतन मिलता है. एक औसत नौकरी करने वाले व्यक्ति की मासिक कमाई लगभग 30,000 से 40,000 नार्वेजियन क्रोन होती है. अगर इसे भारतीय रुपये में बदलकर देखें तो यह लगभग 2.5 लाख से 3.5 लाख रुपये प्रतिमाह के बराबर है. वहीं कुछ हाई-स्किल्ड जॉब्स जैसे डॉक्टर, आईटी विशेषज्ञ या इंजीनियर को 60,000 से 70,000 क्रोन तक मिल सकते हैं. यानी करीब 5 से 6 लाख रुपये महीने.

महंगाई और खर्च का फर्क

अब सवाल उठता है कि नॉर्वे में जब वेतन इतना अच्छा है, तो क्या वहां जीवन यापन आसान है? नॉर्वे दुनिया के सबसे महंगे देशों में से एक है. यहां एक कप कॉफी भी आपको भारतीय रुपये में 300-400 की कीमत पर मिल सकती है. किराया, ट्रांसपोर्ट और ग्रॉसरी भी भारत से कई गुना महंगे हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि वहां की सैलरी भी महंगी लाइफस्टाइल को आराम से संभालने लायक होती है.

भारत और नॉर्वे की तुलना

अगर हम भारत और नॉर्वे की सैलरी और खर्च की तुलना करें तो बड़ा अंतर साफ दिखाई देता है. भारत में जहां औसत मासिक आय 20,000 से 30,000 रुपये के बीच है, वहीं नॉर्वे में यह लाखों रुपये में पहुंच जाती है. यानी अगर कोई भारतीय प्रोफेशनल नॉर्वे में काम करता है, तो वहां की सैलरी से भारत में रहने वाले परिवार की जरूरतें आसानी से पूरी हो सकती हैं.

क्यों खास है नार्वेजियन क्रोन?

नार्वेजियन क्रोन एक स्थिर और मजबूत करेंसी मानी जाती है. यूरोपियन देशों में यूरो का दबदबा जरूर है, लेकिन नॉर्वे ने अपनी करेंसी को बनाए रखा है. यही वजह है कि क्रोन की वैल्यू स्थिर रहती है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसका महत्व है.

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