बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार सिर्फ मतदाताओं के लिए ही नहीं, बल्कि चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के लिए भी बड़ी खुशखबरी आई है. खासकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसे जानकर उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी.

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अब तक चुनाव ड्यूटी में लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रतिदिन 200 रुपये का भत्ता मिलता था, लेकिन इस बार उनकी मेहनत का सही मूल्य तय किया गया है. राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अब इन कर्मचारियों को 350 रुपये प्रतिदिन या एकमुश्त 1400 रुपये दिए जाएंगे. यानी अब पहले की तुलना में उन्हें लगभग दोगुना भुगतान मिलेगा.

कौन हैं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी?

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चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वे होते हैं जो चुनाव के दौरान विभिन्न जरूरी कार्यों में लगे रहते हैं - जैसे मतदान केंद्रों पर व्यवस्था बनाए रखना, सामग्री पहुंचाना, दस्तावेज संभालना और मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाना. ये कर्मचारी भले ही पर्दे के पीछे काम करते हैं, लेकिन चुनाव को सफल बनाने में इनकी भूमिका बेहद अहम होती है.

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चुनावी ड्यूटी में इनकी अहम भूमिका

चुनाव के दौरान प्रशासनिक और सुरक्षा कर्मियों के साथ-साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही वे लोग हैं जो जमीनी स्तर पर सारा काम संभालते हैं. वे सुबह से लेकर देर रात तक मतदान केंद्रों पर मौजूद रहते हैं ताकि हर प्रक्रिया सही ढंग से पूरी हो सके. मतदान मशीन (EVM) की देखभाल से लेकर मतदान केंद्रों की सफाई और मतदाताओं की मदद तक, ये कर्मचारी हर कदम पर जिम्मेदारी निभाते हैं.

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

आयोग ने कहा है कि यह बदलाव चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को उनकी मेहनत का उचित मुआवजा देने की दिशा में एक अहम कदम है. आयोग का उद्देश्य है कि जो कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया में पूरी निष्ठा से काम करते हैं, उन्हें उनके परिश्रम का सही मूल्य मिले. इस फैसले से कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा और वे और अधिक समर्पण के साथ अपना कार्य करेंगे.

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