केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 1 मई को कक्षा 10वीं के स्टूडेंट्स के लिए अंक मूल्यांकन मानदंड की घोषणा की है. कक्षा 10 वीं के स्टूडेंट्स के लिए 100 में से 20 अंक इंटरनल असेसमेंट के आधार पर निर्धारित किए गए हैं जबकि 80 अंक वर्ष भर में आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के आधार पर निर्धारित किए गए हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सीबीएसी बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी थी जबकि कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी गई है जिस पर अंतिम निर्णय जून, 2021 के पहले सप्ताह में होने की उम्मीद है. हालांकि 12वीं कक्षा के लाखों छात्रों ने बोर्ड से परीक्षा रद्द करने का आग्रह किया है.


चलिए 10 प्वाइंट में सीबीएसई की कक्षा 10वीं की मार्किंग स्कीम, रिजल्ट डेट और कक्षा 12वीं की परीक्षा को कैंसिल करने की डिमांड को समझते हैं.


1-बोर्ड की नीति के मुताबिक हर सब्जेक्ट में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन और 80 अंक पूरे साल के दौरान हुईं विभिन्न परीक्षाओं के आधार पर दिये जाएंगे. बोर्ड ने ये भी कहा है कि मूल्यांकन में पक्षपात और भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने में संलिप्त पाए गए स्कूलों पर जुर्माना लगाया जाएगा और उनकी संबद्धता खत्म कर दी जाएगी. साथ ही बोर्ड ने कहा है कि 10वीं कक्षा के परिणाम जून 2021 के तीसरे हफ्ते में घोषित किए जाएंगे. 


2- 80 अंकों के लिए कंट्रीब्यूट करने वाली परीक्षाओं में पीरियाडिक टेस्ट,  हाफ ईयरली या मिड टर्म टेस्ट और प्री-बोर्ड परीक्षाएं शामिल हैं. सीबीएसई के नोटिफिकेशन के मुताबिक "कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं में स्कूल के पिछले प्रदर्शन के अनुरूप अंक होने चाहिए." बोर्ड ने स्कूलों को प्रिंसिपल और सात शिक्षकों से मिलकर रिजल्ट कमेटी का गठन करने का निर्देश दिया है, जो कक्षा 10 के परिणाम को अंतिम रूप देगी.
 
3- यदि शारीरिक रूप से अक्षम छात्र स्कूल द्वारा कंडक्ट किए गए किसी भी असेसमेंट में उपस्थित नहीं हुए हैं, तो सीबीएसई ने स्कूलों को ऐसे उम्मीदवारों के लिए दूसरी एक्टिविटिज जैसे प्रोर्टफोलियो, प्रेजेंटेशन, क्विज, ओरल टेस्ट और प्रोजेक्ट आदि पर विचार करने की अनुमति दी है.


4- CBSE उन छात्रों को भी ग्रेस मार्क्स देगा जिन्हें एग्जाम पास करने के लिए मिनिमम अंक अंक प्राप्त नहीं हुए हैं. बोर्ड द्वारा ग्रेस मार्क्स नीति के बाद भी अगर  कोई छात्र पास नहीं हो पा रहा है तो उसे" आवश्यक रिपीट "या" कम्पार्टमेंट "श्रेणी में रखा जाएगा.
 
5- सीबीएसई ने स्कूलों को सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट्स के साथ छात्रों के रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने के निर्देश जारी किए हैं. बोर्ड परिणामों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों द्वारा उपयोग किए जाने वाले रिकॉर्ड और प्रक्रिया को वेरिफाई करने हेतु अधिकारियों को तैनात कर सकता है. यदि स्कूलों में अनुचित व्यवहार या कार्यों का उपयोग किया जाता है, तो बोर्ड उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है.
 
6-रिजल्ट की घोषणा के बाद, स्कूल सैंपल प्रश्न पत्रों के आधार पर ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में ऑब्जेक्टिव टाइप कंपार्टमेंट की परीक्षा आयोजित करेंगे. जो छात्र इन क्राइटेरिया के आधार पर क्वालिफाई नहीं होते हैं उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा परिणाम की घोषणा तक प्रोविजनल रूप से कक्षा 11 में प्रवेश दिया जाएगा.


7- सीबीएसई ने कहा है कि ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया का उपयोग करके गणना किए गए परिणामों के लिए पुन: मूल्यांकन, उत्तर पुस्तिकाओं के पुन: सत्यापन का कोई प्रोविजन नहीं होगा.
 
8- सीबीएसई ने कहा है कि प्राइवेट, पत्राचार और सेकेंड-अवसर वाले कंपार्टमेंट छात्रों के लिए, एक अलग असेसमेंट स्कीम जल्द ही घोषित की जाएगी.


9-जिस दिन CBSE ने कक्षा 10 के छात्रों के लिए मूल्यांकन योजना जारी की थी, उसी दिन  कक्षा 12 के लाखों छात्रों ने भी मांग की थी कि उनकी परीक्षा रद्द कर दी जाए, क्योंकि वर्तमान कोविड-19 के कारण परीक्षाएं आयोजित करना उपयुक्त नहीं है. # Cancel12thboardexams2021 का उपयोग करते हुए, उन छात्रों में से कुछ ने कहा कि उनका भी 10वीं क्लास की मूल्यांकन नीति के समान  ही मूल्यांकन किया जाना चाहिए.


10-सीबीएसई ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द नहीं की है, केवल उन्हें स्थगित किया है. बोर्ड ने पहले ये भी घोषणा की थी कि  जून 2021 के पहले सप्ताह में फाइनल निर्णय लिया जाएगा.


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