नई दिल्ली: 12वीं पास करने वाले लाखों स्टूडेंट्स अपने करियर को लेकर परेशानी में रहते हैं. आमतौर पर स्टूडेंट्स को ग्रेजुएशन के कोर्स चुनने में काफी परेशानी होती है. कई स्टूडेंट्स कॉलेज और कट ऑफ के हिसाब से अपना कोर्स चुनते हैं तो कई स्टूडेंट्स किसी दोस्त या रिश्तेदार को देखकर अपना कोर्स चुन लेते हैं. पर कोर्स चुनने के ये दोनों ही तरीके गलत हैं. स्टूडेंट्स को न तो कट ऑफ के हिसाब से और न ही कॉलेज के हिसाब से कोर्स चुनना चाहिए. स्टू़डेंट्स को अपना कोर्स अपनी रुचि के हिसाब से चुनना चाहिए. आज हम आपको बताने जा रहे है. बी.ए ऑनर्स मनोविज्ञान यानी की साइकॉलजी के बारे में.



एक्सपर्ट्स से जानें, पैरामेडिकल कोर्सेस में कैसे बनाएं करियर ?



बी.ए ऑनर्स साइकॉलजी DU के ज्यादा कॉलेजों में नहीं है. दौलतराम कॉलेज फॉर विमन, इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन, जीसस एंड मैरी कॉलेज, कमला नेहरु कॉलेज, केशव महाविद्यालय कॉलेज, लेडी श्रीराम कॉलेज, जाकिर हुसैन कॉलेज और अरबिंदो कॉलेज सांध्य कॉलेज में ये कोर्स कराया जाता है. डीयू के अलावा ये कोर्स जामिया मिल्लिया इस्लामिया से भी किया जा सकता है.


इस कोर्स में 3 सालों के दौरान आप मनोविज्ञान के कई पेपर्स से रुबरु होंगे. जिसमें ह्यूमन साइकॉलजी से लेकर अन्य कई सारे रोचक विषय शामिल हैं.




इस कोर्स को करने के बाद आप साइकॉलजिस्ट बन सकते हैं. वहीं आप आगे एजूकेशन सेक्टर में जा सकते हैं. रिसर्च आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. आप इस कोर्स को करने के बाद समाज सेवा के क्षेत्र में भी जा सकते हैं. आजकल N.G.O में भी साइकॉलजिस्ट की जरूरत होती है. साइकॉलजिस्ट N.G.O में उन बच्चों और महिलाओं के व्यवहार का अध्ययन करते हैं जो शोषण का शिकार बन चुके होते हैं. आज साइकॉलजी एक बेहतर करियर ऑप्शन के तौर पर स्टूडेंट्स की पसंद बनता जा रहा है. जिसमें भविष्य बनाने की अपार संभावनाएं है.

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