सुप्रीम कोर्ट में आज कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई होगी. एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर एक याचिका में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) द्वारा आयोजित कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की गई है. याचिका में एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर परिणाम घोषित करने के लिए एक 'ऑब्जेक्टिव मैथडोलॉजी’ तैयार करने के निर्देश भी मांगे  गए हैं.


इसके साथ ही शीर्ष अदालत टोनी जोसेफ द्वारा दायर अन्य याचिका पर भी विचार करेगी, जिसमें तर्क दिया गया है कि 12वीं की  परीक्षाओं को रद्द नहीं किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुबह 11 बजे सुनवाई करेगा.


एजुकेशन एक्सपर्ट का मानना है कि परीक्षा होना चाहिए


बता दें कि “शिक्षाविदों और संस्थानों के प्रमुखों का एक बड़ा वर्ग परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में है. एजुकेशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि परीक्षा रद्द नहीं की जानी चाहिए और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके आयोजित की जानी चाहिए.


28 मई को हुई थी मामले पर सुनवाई


जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने 28 मई को इस मामले को स्थगित कर दिया था. इसके साथ ही अदालत ने यह भी कहा था कि सीबीएसई इस मुद्दे पर एक जून को फैसला ले सकता है. बता दें कि जब याचिकाकर्ता ने पीठ से कहा था कि शीर्ष अदालत इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान ले सकती है, तो पीठ ने कहा, “आशावादी बनें. हो सकता है सोमवार तक कोई समाधान निकल जाए. इसलिए इस मामले पर सोमवार को सुनवाई करते हैं. ”


हजारों छात्र परीक्षा रद्द करने की कर रहे हैं मांग


कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के घातक परिणाम को देखते हुए पिछले कुछ दिनों में हजारों छात्रों ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की है. वहीं रविवार को छात्रों ने ट्विटर पर #cancelboardexams का उपयोग करके अपने विचार साझा किए.


केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 1 जून को परीक्षा पर फैसले की कही थी बात


बता दें कि 23 मई को हुई हाई लेवल मीटिंग में  केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था कि 12वीं की परीक्षा की तारीखों पर 1 जून को फैसला लिया जा सकता है. ऐसे में अगर आज सुप्रीम कोर्ट का रुख परीक्षाएं आयोजित कराने के पक्ष में होता है तो 1 जून को ही परीक्षा की तारीख घोषित की जा सकती है. ऐसे में हर किसी की नजर आज सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर टिकी है.


बता दें कि सीबीएसई और सीआईएससीई की बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं में देशभर के लगभग 16 लाख छात्र बैठेंगे. वहीं स्टेट बोर्ड के 12वीं के छात्रों की संख्या लगभग 1.5 करोड़ है.


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