Bihar Mock Drill: पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद अलर्ट जारी किया गया है. देश में नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल कराने को कहा गया है. मॉक ड्रिल का मकसद नागरिक सुरक्षा प्रणाली और युद्ध जैसे हालात में असैन्य तैयारियों को परखना है. पटना के फतेहपुर क्षत्रिय हाई स्कूल और नोट्रेडम में बुधवार को मॉक ड्रिल कराई गई. इस दौरान बच्चों को हवाई हमले से बचने और सुरक्षित रहने की जानकारी दी गई.

दरअसल मॉक ड्रिल के लिए गृह मंत्रालय की ओर से एडवाइजरी जारी हुई थी. इसी के तहत बच्चों को हवाई हमले होने पर बचाव के गुर सिखाए गए. क्लास में शिक्षकों ने बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर सुरक्षा एवं बचाव संबंधी टिप्स दिए. बेहोश होने या हार्ट अटैक आने पर मरीज की जान बचाने की ट्रेनिंग दी गई. शिक्षक ने बताया कि हमले होने की सूरत में बच्चे कैसे खुद को सुरक्षित रखेंगे. बुधवार की शाम 7 से 7.10 के बीच सायरन बजेगा. सायरन बजने पर कमरे की बत्ती बुझा देनी होगी.

स्कूलों में मॉक ड्रिल का आयोजन

बेंच और डेस्क से लेकर स्कूल बैग तक का उपयोग करने की जानकारी दी गई. गौरतलब है कि शाम 7 बजे आपातकालीन स्थिति के लिए सायरन बजाया जाएगा. करीब 10 मिनट के लिए ब्लैकआउट का दिशानिर्देश जारी हुआ है. इस दौरान घरों की लाइट जलेगी और ना ही सड़कों पर वाहनों का काफिला नजर आएगा.

आपात स्थिति में बचाव के दिए टिप्स 

हवाई हमले की सूरत में घर की खिड़कियों पर पर्दा डालने के लिए शिक्षक ने बच्चों को सिखाया. बच्चों को सायरन की आवाज पर रिस्पॉन्स करने की जानकारी दी गई. पटना समेत पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज और बेगूसराय जैसे जिलों में भी मॉक ड्रिल की जाएगी. मॉक ड्रिल का मकसद आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बच्चों को मानसिक तौर पर तैयार करना है.  

ये भी पढ़ें- समस्तीपुर में दिनदहाड़े बैंक डकैती, हथियार के बल पर 15 लाख कैश और 5 करोड़ का सोना ले उड़े लुटेरे