Kolkata News:पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के पानीहाटी महोत्सवला घाट पर इस्कॉन के दंड महोत्सव या दही चूड़ा महोत्सव के दौरान गर्मी और भारी भीड़ की वजह से अफरातफरी मचने से तीन लोगों की मौत की खबर है. वहीं 50 लोग बीमार हो गए. गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से दो साल के बाद महोत्सवतला घाट पर दही चूड़ी उत्सव का आयोजन किया गया था इस वजह से मेले में भारी भीड़ पहुंची थी.


50 से ज्यादा लोग हुए बीमार


मृतकों की पहचान पूर्वी बर्दवान के पूर्वस्थली के सुभाष पाल (64) और उनकी पत्नी शुक्ला पाल (60) और न्यू बैरकपुर के छाया दास (70) के रूप में हुई है. स्थानीय प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि मेले के लिए राज्य भर से करीब 3.5 लाख लोग जमा हुए थे और अत्यधिक गर्मी और उमस के कारण 50 से अधिक लोग बीमार पड़ गए थे.


उत्सव का आयोजन करने वाले पनिहाटी नगर पालिका के अधिकारी ने क्या कहा


उत्सव का आयोजन करने वाले पनिहाटी नगर पालिका के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, “लाखों लोग हुगली के किनारे के इलाके में जमा हो गए थे. इस्कॉन मंदिर, चैतन्य महाप्रभु मंदिर, पटबारी मंदिर और बांकुबिहारी मंदिर सहित क्षेत्र में कई मंदिर हैं. इतनी बड़ी सभा को समायोजित करने के लिए मेले के मैदान का रास्ता बहुत संकरा है, ”


भारी भीड़ के बावजूद मेला मैदान में प्रवेश नहीं था प्रतिबंधित


स्थानीय लोगों ने दावा किया कि भारी भीड़ के बावजूद मेला मैदान में प्रवेश प्रतिबंधित नहीं था. टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक भक्त और खरदा निवासी संदीप मुखर्जी ने कहा, “लगभग 10.45 बजे, 10,000 से अधिक लोग मुश्किल से 15 फीट चौड़ी एक अप्रोच रोड के माध्यम से आगे बढ़ रहे थे और पूजा की वस्तुओं को बेचने वाले अस्थायी स्टालों की एक लाइन से घिरे हुए थे. वहीं कुछ बुजुर्ग जमीन पर गिर गए और कई अन्य उन पर गिर गए. ”


सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट कर जताया शोक


राज्य के वन मामलों के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, पानीहाटी के विधायक निर्मल घोष और बैरकपुर के पुलिस आयुक्त मनोज केआर वर्मा के नेतृत्व में एक बड़ा पुलिस दल रेस्क्यू के लिए फौरन मौके पर पहुंचा. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, 'पानीहाटी के इस्कॉन मंदिर के डंडा महोत्सव में गर्मी और उमस से तीन वृद्ध श्रद्धालुओं की मौत की खबर से व्यथित हूं. सीपी और डीएम पहुंच गए हैं और हरसंभव मदद की जा रही है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना और भक्तों के प्रति एकजुटता."



पुलिस आयुक्त वर्मा ने क्या कहा?


वहीं पुलिस आयुक्त वर्मा ने कहा कि, मृतकों की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि गर्मी के कारण लिक्विड की कमी और ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल में गिरावट के कारण मौतें हुईं. पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. चिकित्सा शिविर भी लगाए गए, स्थिति अब नियंत्रण में है, सभी छह प्रवेश बिंदुओं के माध्यम से जमीन पर आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है. ”


इस्कॉन के एक बयान में कहा गया है कि घटना इस्कॉन परिसर के बाहर हुई. इस्कॉन के कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, "मुख्यमंत्री ने मुझे फोन किया और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद की पेशकश की."


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