Chandigarh Viral Video: मौत अटल सत्य है सबको आनी है. लेकिन देश में हो रही आचानक मौतों का मामला लगातार बढ़ते ही जा रहा है. देश में इन दिनों अचानक मौत की खबरे आम हो गई है. ऐसी खबरें पूरे देश से आ रही है. कोई नाच रहा था, कोई गा रहा था तो कोई क्रिकेट खेल रहा था और अचानक मौत ने उसे दबोच लिया. इस बीच चंडीगढ़ से एक वीडियो सामने (Chandigarh Viral Video) आया है. सर्दी का मौसम कई लोगों के लिए सुखद हो सकता है, लेकिन बहुत से लोगों के लिए, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए, कड़ाके की ठंड और बढ़ते प्रदूषण के कारण घातक हृदय रोग हो सकते हैं.


चंडीगढ़ का एक वीडियो जो अब ऑनलाइन वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लोग जमकर शेयर कर रहे हैं. क्लिप में, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के कार्यालय का दौरा करने आए एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ गया, लेकिन एक आईएएस अधिकारी के समय पर सीपीआर के कारण उसे समय रहते बचा लिया गया.  सेक्टर 41-ए, चंडीगढ़ निवासी जनक कुमार नाम का व्यक्ति चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सचिव के समक्ष सुनवाई के सिलसिले में चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के कार्यालय गया और सचिव, सीएचबी के कार्यालय कक्ष के अंदर गिर गया. 






सीपीआर के जरिए आईएएस ने बचाया एक शख्स की जान
उन्हें तुरंत एक कुर्सी पर बिठाया गया और फिर यशपाल गर्ग, आईएएस, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के तरफ से कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया गया.  करीब एक मिनट तक सीपीआर प्रक्रिया के बाद जनक कुमार को होश आया. इसके बाद उन्हें तुरंत चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के एक आधिकारिक वाहन के तरफ से जीएमएसएच-16, चंडीगढ़ की इमरजेंसी में भेज दिया गया. 


लोगों ने इस वीडियो का खूब तारीफ कर रहे हैं. लोगों ने आईएएस अधिकारी की सूझबूझ का को बहुत पसंद कर रहे हैं.  कई लोगों ने यह भी बताया कि प्रदूषित मौसम ऐसी चरम स्वास्थ्य स्थितियों का मुख्य कारण  है.अवंश शरण ने भी अपना वीडियो और प्रोफाइल शेयर किया. उन्होंने इस वीडियो में सर्दियों के मौसम में सेहत को बेहतर बनाने की याद दिला दी है. 


क्या होता है सीपीआर
सीपीआर का पूरा नाम कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन Cardiopulmonary resuscitation (CPR) है. इसका इस्तेमाल किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुक जाने पर किया जाता है. अचानक जब किसी व्यक्ति का दिल की गति रुक जाती है तो उस समय सीपीआर दिया जाता है. सांस और धड़कन रुक जाने पर दिमाग और फेफड़ों में शरीर के बाकी हिस्सों का खून का दौरा बंद हो जाता है. इस स्थिति में तुरंत इलाज नहीं मिलने पर व्यक्ति की मौत भी हो जाती है. इस स्थिति में सीपीआर के जरिए किसी की जान बचाई जा सकती है. सीपीआर देने के लिए मरीज की छाती पर दबाव बनाया जाता है. सीपीआर के जरिए ब्लड फ्लो को बेहतर बनाया जाता है और इससे आप किसी की जान भी बचा सकते हैं.  सीपीआर से ब्लड को पूरी बॉडी में फ्लो करने में मदद मिलती है.


एक रिपोर्ट के मुताबिक यदि कार्डियक अरेस्ट आने के बाद कुछ मिनट में मरीज को सीपीआर दिया जाए तो मरीज को बचाया जा सकता है. इस प्रोसेस के जरिए जीवित रहने की संभावना में इजाफा हो सकता है. आप को बता दें कि अगर किसी व्यक्ति का अचानक से सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है तो उसको सीपीआर देकर बचाया जा सकता है. सीपीआर देने के लिए अपने दोनों हाथों से मरीज के सीने के बीच में पुश किया जाता है.   
 


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