Zerodha: जेरोधा के फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) अब अपना फोन हमेशा साइलेंट रखते हैं. इसके लिए वह अपने पुराने कर्मों को जिम्मेदार मानते हैं. नितिन कामत ने कहा कि हम ऐसे अवैध फोन यहां के कॉल सेंटर में बैठकर अमेरिका के लोगों को किया करते थे. अब इसी तरह के कॉल जब आते हैं तो हमें अपने पुराने दिन याद आते हैं. आखिरकार आपके कर्मों का फल लौटकर आपके पास ही आता है. यही वजह है कि अब मैं अपना फोन हमेशा साइलेंट रखता हूं. 






मात्र 17 साल की उम्र से कॉल सेंटर में करने लगे थे काम


नितिन कामत ने मात्र 17 साल की उम्र में कॉल सेंटर में काम करना शुरू कर दिया था. साथ ही साथ वह स्टॉक ट्रेडिंग भी करने लगे थे. स्टॉक ट्रेडिंग के लिए पैसों का इंतजाम वो कॉल सेंटर जॉब से किया करते थे. साथ ही उन्होंने 200 रुपये प्रतिदिन की वेतन पर स्टॉल पर खड़े रहने की नौकरी भी की. अब जब जेरोधा (Zerodha) फाउंडर को टेलीमार्केटिंग कॉल आते हैं तो वो अपने पुराने दिनों को याद करने लगते हैं. 


अमेरिकी कस्टमर्स को किया करते थे ऐसे फर्जी कॉल


जेरोधा फाउंडर नितिन कामत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन दिनों की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि मेरा फोन अब साइलेंट रहता है. आपके कर्म वापस लौटते हैं. मैंने 4 साल कॉल सेंटर में नौकरी की. यह अमेरिकी कस्टमर्स को फर्जी कॉल किया करते थे. हमारे कर्म वापस लौटकर आ रहे हैं. कॉल सेंटर की नौकरी छोड़कर नितिन कामत और निखिल कामत ने पहले कामत एसोसिएट की स्थापना की. इसके बाद साल 2010 में ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा लॉन्च हुआ. 


टेलीमार्केटिंग कॉल पर रोकथाम के लिए समिति का गठन 


लोकल सर्कल्स के एक सर्वे के अनुसार, हर 10 में से 6 भारतीयों को दिन में 3 या उससे ज्यादा टेलीमार्केटिंग कॉल आती हैं. इनमें से ज्यादातर कॉल फाइनेंशियल सर्विसेज और रियल एस्टेट सेक्टर से होते हैं. केंद्र सरकार ने फरवरी में ही ऐसे कॉल की रोकथाम के लिए एक समिति का गठन किया था. यह जल्द ही नई गाइडलाइन मार्केट में लेकर आएगी.


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