मेडिकल खर्च ज्यादा महंगा होने से लोगों की सेविंग भी खत्म हो जा रही है. वहीं इनकम कम होने पर मेडिकल खर्च को मैनेज करन आसान नहीं है. मेडिकल खर्च में आपकी कमाई भी खत्म हो सकती है. हालांकि बीमा कवर इस खर्च को मैनेज किया जा सकता है. 


वहीं कुछ खर्च ऐसे भी हैं, जिसे बीमा में कवर नहीं किया जा सकता है. ओपीडी खर्च को बीमा में कवर किया जा सकता है. ऐसे में लोगों को ज्यादा पैसों को खर्च करना पड़ता है. आमतौर पर स्वास्थ्य नीतियां केवल 24 घंटे से अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती रहने पर रोगी के खर्चों को कवर करती हैं. यहां चार ऐसे तरीके बताए गए हैं, जिसके तहत आप खर्च को मैनेज कर सकते हैं. 


ओपीडी कवर 


अगर आप हेल्थ पॉलिसी लेना चाहते हैं तो आपको डॉक्टर को परामर्श, ओपीडी और अन्य खर्च को कवर करने वाली पॉलिसी लेनी चाहिए. एक्सपर्ट के मुताबिक, इस तरह की पॉलिसी आपके मेडिकल खर्च को कम कर देगी. भारत में स्वास्थ्य खर्च का लगभग 70 प्रतिशत है. 


ओपीडी सब्सक्रिप्शन प्लान


मेडिकल खर्च को मैनेज करने के लिए आप हेल्थ फाइनेंसिंग का विकल्प चुन सकते हैं. आप मेडिकल पर सब्सक्रिप्शन प्लान भी ले सकते हैं. एक बार जब आप इन योजना की सदस्याता ले लेते हैं तो आप कई चीजों की जांच करा सकते हैं. 


हेल्थ सर्विस पर गौर करें 


ओपीडी खर्च को कम करने के लिए यह एक और प्रभावी रणनीति है. आपको अपनी मौजूदा स्वास्थ्य नीति में शामिल निवारक सेवाओं जैसे टीकाकरण, स्क्रीनिंग और वार्षिक जांच का लाभ उठाना चाहिए.   


स्वस्थ्य जीवन शैली डेवलप करें 


एक्सपर्ट का कहना है कि आपको अपने हेल्थ पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और नियमित व्यायाम,  संतुलित आहार, नींद अच्छे से लेना चाहिए. एक स्वस्थ जीवन शैली आपके पूरे चिकित्सा बिलों और ओपीडी खर्चों को काफी कम कर सकती है. 


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