(सतीश प्रभु)


Investment Tips for Women: मेरी एक रिश्तेदार ने 2016 में नोटबंदी के बाद मुझे फोन किया और कहा, 'मैंने छोटी-छोटी बचत करके कुछ पैसा इकठ्ठा कर लिया है. अब समझ नहीं आ रहा इस पैसे को कहां इंवेस्ट करूं.' ऐसे ही एक अन्य रिश्तेदार ने बताया कि उनके पति अस्पताल में भर्ती हैं. मगर, उन्हें नहीं पता कि बैंक में पैसे कैसे जमा करें या उनकी मेडिक्लेम पॉलिसी का इस्तेमाल कैसे किया जाए. एक अन्य मामले में पति को डिमेंशिया हो गया और उसकी पत्नी पर व्यापार चलाने की जिम्मेदारी आ गई. यह महिला दो बच्चों की मां है. उसे व्यापार या फाइनेंस की कोई भी जानकारी नहीं है. ये तीनों ही उदाहरण हमें अहसास दिलाते हैं कि महिलाओं में वित्तीय ज्ञान होना बेहद जरूरी चीज है.


बेहतर निवेशक बन सकती हैं महिलाएं 


महिलाओं के मैनेजमेंट पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता. उन्होंने परिवार, समाज, देश और दिग्गज कंपनियों की जिम्मेदारी बखूबी उठाकर खुद को हर मोर्चे पर साबित किया है. हालांकि, एक बात बहुत निराश करने वाली है कि ज्यादातर घरों में उन्हें पैसों या निवेश के मैनेजमेंट से दूर ही रखा जाता है. पैसों को लेकर सारे फैसले पुरुष ही करना चाहते हैं. वो खुद को महिलाओं से बेहतर निवेशक मानते हैं. एक सफल निवेशक बनने के लिए अनुशासन, धैर्य, एकाग्रता और मेहनत जैसे गुणों की आवश्यकता होती है. ज्यादातर महिलाएं इन गुणों से संपन्न होती हैं. इसलिए वह बेहतर निवेशक बन सकती हैं. 


क्यों जरुरी है महिलाओं की आर्थिक आजादी


परिवार में आपदा कभी भी आ सकती है. इसलिए महिलाओं का आर्थिक रूप से आजाद होना बेहद जरूरी है. सिर्फ पैसा कमाना ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि यह जानना ज्यादा जरूरी है कि उसका निवेश कहां और कैसे करना है. आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं की औसत आयु पुरुषों से ज्यादा होती है. इसलिए रिटायरमेंट के बाद उनके पास पर्याप्त निवेश और संपत्ति होना बहुत जरूरी हो जाता है. 


आय और खर्चों का बजट तय करें 


महिलाओं को इसके लिए हर महीने का बजट तय करना होगा. इसके बाद वह छोटी-छोटी चीजों से शुरुआत करें. बैंक जाकर पैसा जमा और निकालना सीखें. पासबुक, लॉकर और एटीएम जैसी चीजों का इस्तेमाल जरूर करें. उन्हें बैंक/निवेश से जुड़े हर ट्रांजेक्शन खुद करना चाहिए. अपने परिवार के लिए बीमा तलाशें और कुछ भी नया पता चलने पर उसकी पूरी जानकारी जरूर लगाएं. 


सिर्फ बचत ही नहीं निवेश पर भी ध्यान दें


महिलाओं का पूरा ध्यान बचत करने में लगा रहता है. हालांकि, उन्हें निवेश को भी समझने और करने की जरुरत है. आपको जान लेना चाहिए कि महंगाई के चलते समय के साथ पैसों का मूल्य कम होता जाता है. इसलिए निवेश कर ज्यादा रिटर्न बनाना बहुत जरूरी है. 


कहां करें अपने पैसे का निवेश 


बैंक और पोस्ट ऑफिस निवेश के एक बेहतर विकल्प हैं. इनमें रिटर्न तो कम मिलता है लेकिन, जोखिम न के बराबर है. इसके अलावा महिलाएं गोल्ड और रियल एस्टेट में भी निवेश कर सकती हैं. हालांकि, रियल एस्टेट में रिटर्न आने में काफी समय लग जाता है और गोल्ड में शुद्धता के मसले सामने आते हैं.  


म्युचुअल फंड और एसआईपी कर सकती हैं महिलाएं 


महिलाओं के लिए आसान निवेश का विकल्प म्यूचुअल फंड और एसआईपी हो सकते हैं. इक्विटी फंड में रिस्क और रिटर्न की संभावना अधिक होती है. इसके बाद हाइब्रिड फंड और डेट फंड आते हैं. इक्विटी फंड लंबी अवधि के लिए होते हैं, जबकि डेट फंड छोटी अवधि के लिए होते हैं. महिलाएं म्यूचुअल फंड में निवेश करके अच्छा लाभ कमा सकती हैं. सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) सिर्फ 500 रुपये प्रति माह से शुरू किया जा सकता है.


महिलाओं को बनाएं आर्थिक सशक्त 


आइए हम अपने घर में पत्नी, मां, बहन और बेटी को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उन्हें आने वाले जीवन के लिए एक तोहफा दें. मैं अमेरिकी पत्रकार ग्लोरिया स्टीनम के इस वाक्य के साथ अपनी बात समाप्त करता हूं कि, ‘हमने बेटियों को बेटों की तरह बड़ा करना तो शुरू कर दिया है लेकिन, कुछ ही लोगों में अपने बेटों को अपनी बेटियों की तरह पालने का साहस है.’


डिस्‍क्‍लेमर: लेखक फ्रैंकलिन टेम्पलटन में हेड–कंटेंट डेवलपमेंट-इंडिया हैं, प्रकाशित विचार उनके निजी हैं.


Mutual Fund investments are subject to market risks, read all scheme-related documents carefully


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