Wipro Share Buyback: आई दिग्गज कंपनी विप्रो के डायरेक्टर बोर्ड ने सोमवार को 269,662,921 तक के इक्विटी शेयर बायबैक की मंजूरी दे दी है, जो कुल पेड अप इक्विटी का 4.91 फीसदी है. इन शेयरों की कीमत 12,000 करोड़ रुपये है. बोर्ड ने शेयरों का बायबैक प्राइस 445 रुपये प्रति शेयर रखा है.  


एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया है कि 27 अप्रैल 2023 को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया में विप्रो के शेयरों के क्लोज प्राइस पर 19 प्रतिशत का प्रीमियम है. यह वि​प्रो के सभी शेयरहोल्डरों के लिए उपलब्ध होगा और बायबैक टेंडर ऑफर रूट के तहत आयोजित किया जाएगा. बायबैक जुलाई 2023 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. 


कितनी है शेयर बायबैक की साइट 


बायबैक की साइज 31 मार्च 2023 को लेटेस्ट ऑडिटेड स्टैंडअलोन और बैलेंस शीट के मुताबिक, कंपनी के पूरी तरह से पेड इक्विटी शेयर पूंजी और फ्री स्टॉक का क्रमशः 20.95 प्रतिशत और 17.86 प्रतिशत है. कंपनी को उम्मीद है कि इस शेयर बायबैक से शेयरहोल्डर्स रिटर्न में सुधार करने में मदद होगी. 


क्यों आता है शेयर बायबैक 


कंपनी शेयर बायबैक आने वाले सालों में अपने राजस्व और आय में बढ़ोतरी के मद्देनजर लेकर आती है. इससे कंपनी के शेयरहोल्डरों के रिटर्न में सुधार होने की उम्मीद रहती है और कंपनी को मुनाफा भी होने की उम्मीद रहती है. फाइलिंग के अनुसार, मार्च 2023 तिमाही के लिए राजस्व 23,190.3 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल 11.17 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. 


विप्रो ने कितना कमाया मुनाफा 


टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इंफोसिस जैसे दिग्गजों के साथ आईटी सेवा क्षेत्र की बेंगलुरु मुख्यालय वाली विप्रो ने मार्च तिमाही में 3,074.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 3,087.3 करोड़ रुपये था. वहीं वित्त वर्ष 2023 के लिए विप्रो ने 11,350 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर की तुलना में 7.1 प्रतिशत कम था, जबकि राजस्व 14.4 प्रतिशत बढ़कर 90,487.6 करोड़ रुपये था. 


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