नेट बैंकिंग के लिए IFSC कोड बहुत जरूरी है. किसी बैंक का यदि IFSC कोड बदलता है तो उसकी तरफ से ग्राहकों को इसकी सूचना दी जाती है. सिंडिकेट बैंक का IFSC कोड भी 1 जुलाई को बदल गया है. पिछले साल अप्रैल में सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में विलय हो गया था जिसकी वजह से यह कोड बदला है. आज हम आपको IFSC कोड क्या है और क्यों इतना जरूरी है यह बताएंगे.


क्या है IFSC कोड



  • इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड (IFSC) 11 अंकों का अल्फान्यूमैरिक कोड होता है.

  • इस कोड में आपकी बैंक की शाखा का पता छुपा होता है.

  • IFSC कोड के जरिए उन बैंक शाखाओं की पहचान करने में मदद करता है जो ऑनलाइन मनी ट्रांसफर के विभिन्न विकल्पों (NEFT, IMPS, RTGS) में शामिल होती हैं.

  • बैंकों की चेकबुक और पासबुक पर यह मौजूद रहता है.


बिना IFSC कोड के क्या होगा



  • ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए IFSC कोड बहुत जरूरी है.

  • आप अगर किसी को ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए पैसा भेजना चाहते हैं तो इसके लिए आपको उस व्यक्ति का IFSC कोड पता होना चाहिए. इसके बिना आप पैसे नहीं भेज पाएंगे.

  • आपको भी पैसे कोई तभी भेज पाएगा जब उसे आपका सही IFSC कोड पता होगा.

  • आपको अगर म्यूचुअल फंड या किसी दूसरे तरह का रिटर्न नियमित रूप मिल रहा है तो वह नहीं मिलेगा.

  • आप नियमित जॉब न कर फ्रीलांसिंग करते हैं तो आपका पैसा आना बंद हो जाएगा.

  • IFSC कोड के बिना पेंशन आने में भी परेशानी होगी.


यह भी पढ़ें:


चुनाव बाद भड़की हिंसा पर हाईकोर्ट की पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार, पीड़ितों के सभी मामले दर्ज करने का पुलिस को आदेश