FCI Wheat Selling Price in India : देशभर में गेहूं की बढ़ती कीमतों (Wheat Prices) पर काबू पाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) ने एक ठोस कदम उठाया है. देश में भारतीय खाद्य निगम (Food Corporation of India) की तरफ से गेहूं की ई-नीलामी (Wheat e-auction) के जरिये खुले बाजार में 9.2 लाख मीट्रिक टन गेहूं बेचा गया है. इससे जनता को सीधे तौर पर फायदा मिलना शुरू हो गया है. इस फैसले के बाद गेहूं की कीमतों में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की है. जानिए ऐसा करने के पीछे क्या कारण है....


देशभर में हुई गेहूं की ई-नीलामी


भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने इस सप्ताह आयोजित ई-नीलामी के पहले हफ्ते में 100 से 499 मिलियन टन की मात्रा ने अधिकतम मांग को आकर्षित किया है. इसके बाद 500-1,000 मिलियन टन की मांग के लिए नीलामी हुई है, इसके बाद 50-100 मिलियन टन की बारी थी. इस नीलामी में छोटे और मध्यम आटा मिलों और व्यापारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है.


9.2 लाख टन गेहूं बेचा 


पहले दो दिनों में अब तक थोक उपयोगकर्ताओं को 2,474 रुपये प्रति क्विंटल की औसत दर से 9.2 लाख टन गेहूं बेचा है. हाल ही में, केंद्र ने ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत खुले बाजार में बफर स्टॉक से 30 लाख टन गेहूं उतारने का फैसला किया है. जिसमें से 25 लाख टन थोक उपभोक्ताओं, आटा मिलों को, 3 लाख टन नेफेड जैसी संस्थाओं को और बाकी 2 लाख टन राज्य सरकारों को बेचा जाएगा.


29.50 रुपये किलो मिलेगा आटा


सरकार के केंद्रीय भंडार पर 29.50 रुपये किलो के भाव से 'भारत आटा' मिल सकेगा. आटा की बढ़ती कीमतों की समीक्षा के बाद आटा सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए. मोबाइल वैन के जरिये लोगों तक आटा पहुंचाने का इंतजाम किया जाएगा. शर्त रखी गई है कि, नैफेड 6 फरवरी से इसी दर पर आटा बेचेगा. साथ ही आटा का नाम और दाम बोल्ड में लिखना जरूरी होगा.


एफसीआई ने दी थी जानकारी


ई-नीलामी के इस बारे में एफसीआई के चेयरमैन अशोक के मीणा ने जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि, पहली नीलामी 1 फरवरी को होगी जो 15 मार्च तक चलेगी. गेहूं की पेशकश 2,350 रुपये प्रति क्विंटल के आरक्षित मूल्य और भाड़ा शुल्क के साथ की जाएगी. एक खरीदार अधिकतम 3,000 टन और न्यूनतम 10 टन तक की मात्रा के लिए बोली लगा सकता है. उम्मीद है कि छोटे व्यापारी और छोटे आटा मिल मालिक इस अवसर का लाभ उठाएंगे.


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