Vodafone Idea Q3 Results: भारी वित्तीय संकट का सामना कर रही देश की तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने वित्त वर्ष 2023-24 के तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं. इस तिमाही में कंपनी को 6985.9 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. हालांकि ये बीते वित्त वर्ष के समान तिमाही के मुकाबले 12.56 फीसदी कम है. 2022-23 की तीसरी तिमाही में कंपनी को 7990 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. 


मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में वोडाफोन आइडिया का रेवेन्यू 10,673.1 करोड़ रुपये रहा है. पिछले वित्त वर्ष के समान तिमाही में रेवेन्यू 10,621 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी के EBITDA में मामूली सुधार इस तिमाही में हुआ है. वहीं हर यूजर से कंपनी को होने वाली कमाई बढ़ी है. तीसरी तिमाही में ARPU (Average Revenue Per User) 145 रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष के इसी तिमाही में 135 रुपये रहा था. कंपनी के डेटा सब्सक्राइबर्स की संख्या में बढ़ोतरी आई है. डेटा सब्सक्राइबर्स 13.53 करोड़ से बढ़कर 13.74 करोड़ हो गया है. वहीं 20222-23 की तिमाही में कंपनी का कंज्यूमर बेस 228.8 मिलियन था जो इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में घटकर 215.2 मिलियन रह गया है.   


वोडाफोन आइडिया ने रेग्यूलेटरी फाइलिंग में बताया कि 2023-24 की तीसरी तिमाही तक कंपनी पर बकाया ग्रॉस डेट 214960 करोड़ रुपये रहा है जिसमें स्पेक्ट्रम के मद में 138240 करोड़ रुपये का डेफर्ड स्पेक्ट्रम पेमेंट शामिल है. एजीआर लायबिलिटी 69020 करोड़ रुपये, सरकारी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं का 6050 करोड़ रुपये बकाया है. कंपनी पर नेट डेट 214640 करोड़ रुपये है. 


वोडाफोन आइडिया लगातार ग्राहकों को खो रही है. रिलायंस जियो और एयरटेल को जिसका फायदा मिल रहा है. फंड के अभाव में कंपनी अभी तक 5जी सेवा भी लॉन्च नहीं कर पाई है. जबकि जियो और एयरटेल 5जी सेवा लॉन्च कर चुकी है. आज कारोबार खत्म होने पर वोडाफोन आइडिया का स्टॉक 0.68 फीसदी के उछाल के साथ 14.60 रुपये पर बंद हुआ है.   


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