Vedanta Total Debt: धातु एवं खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड (Vedanta Resources Ltd) ने कर्ज चुकाने की रफ्तार काफी तेज कर दी है. अनिल अग्रवाल की कंपनी ने अब नई खेप में स्टैंडर्ड चार्टर्ड (Standard Chartered Bank) को अरबों का भुगतान किया है. इस तरह अब कंपनी के ऊपर कुल देनदारी में और कमी आ गई है.


800 मिलियन डॉलर का भुगतान


वेदांता रिसॉर्सेज ने बताया है कि उसने स्टैंडर्ड चार्टर्ड को 800 मिलियन डॉलर यानी 6,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया है. अनिल अग्रवाल की कंपनी ने स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की लंदन और हांगकांग स्थित शाखाओं से ये कर्ज लिया था. वेदांता रिसॉर्सेज ने ये कर्ज अपनी अनुषंगी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) के शेयरों को गिरवी रखकर लिया था. इस तरह अब वेदांता लिमिटेड के गिरवी रखे शेयर भी कम हुए हैं.


इससे पहले भरा 1 बिलियन डॉलर


इससे पहले कंपनी ने पिछले महीने बताया था कि उसने 1 बिलियन डॉलर के बकाये का भुगतान (Vedanta Debt Repayment) किया है. कंपनी ने तब कहा था कि उसने अप्रैल 2023 तक बकाया सभी कर्जों व बॉन्डों का भुगतान कर दिया है. कंपनी ने फरवरी, 2022 में कर्ज चुकाने में तेजी लाने की घोषणा की थी. पिछले महीने तक कंपनी अपने कर्ज में तीन अरब डॉलर की कमी ला चुकी थी. कंपनी की योजना तीन साल में 4 अरब डॉलर का कर्ज कम करने की है. अब इसमें से 80 करोड़ डॉलर के और कर्ज चुकाए जा चुके हैं.


छूटे वेदांता लिमिटेड के शेयर


वेदांता लिमिटेड लंदन मुख्यालय वाली वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड की भारतीय अनुषंगी है. वेदांता लिमिटेड ने पिछले सप्ताह शेयर बाजारों को बताया था कि हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) के कुछ शेयरों को बंधक रखकर 1,500 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं. कंपनी कर्ज के बोझ को कम करने के लिए हरसंभव उपाय कर रही है और फंड जुटा रही है. हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में प्रवर्तकों की कुल हिस्सेदारी का 91.35 फीसदी हिस्सा अब गिरवी है. वहीं वेदांता लिमिटेड में प्रवर्तकों की पूरी हिस्सेदारी पहले से ही गिरवी है. हालांकि स्टैंडर्ड चार्टर्ड को ताजा भुगतान के बाद वेदांता लिमिटेड के शेयरों का बड़ा हिस्सा अब फ्री हो गया है.


लगातार कम हो रही देनदारी


रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Crisil) ने मार्च में बताया था कि वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड को जून के अंत तक कर्ज की किस्तों के रूप में करीब 1.7 बिलियन डॉलर यानी 13,885 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. वेदांता के ऊपर कुल कर्ज मार्च 2023 में 7.8 बिलियन डॉलर था. इससे करीब साल पहले यानी मार्च 2022 में वेदांता के ऊपर कुल बकाया 9.7 बिलियन डॉलर था. कंपनी ने हालिया महीनों में तेजी से अपने कर्ज के बोझ को कम किया है. वेदांता रिसॉर्सेज को भरोसा है कि वह समय पर अपनी सभी देनदारियों का भुगतान कर देगी.


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