नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट पेश किया. इस बार का बजट कई मायनों में बेहद खास है, क्योंकि इस बार कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार ने स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने पर फोकस किया है. बजट में स्वास्थ्य पर जीडीपी के एक प्रतिशत के बराबर खर्च करने का प्रस्ताव किया गया है. इसमें कोविड-19 के टीकाकरण पर विशेष फोकस किया गया है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बजट में हेल्थकेयर और वैक्सीन पर फोकस को सराहनीय बताया है. उन्होंने कहा कि हेल्थकेयर और वैक्सीन पर खर्च बढ़ाने से कोरोना महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी.


अदार पूनावाला ने क्या कहा?


अदार पूनावाला ने सोमवार को ट्वीट किया, “महान बजट 2021 निर्मला सीतारमण जी. खासतौर से हेल्थकेयर और वैक्सीन पर. यह किसी भी देश द्वारा किया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ निवेश है. एक स्वस्थ भारत एक अधिक उत्पादक भारत है.” उन्होंने बजट पर कहा कि हम स्वास्थ्य सेवा खर्च, कोविड-19 वैक्सीन और न्यूमोकोकल वैक्सीन के लिए खर्च पर वित्त मंत्री के ऐलान का स्वागत करते हैं, क्योंकि इससे भारत को महामारी से तेजी से उबरने में मदद मिलेगी.





इस बार स्वास्थ्य सेक्टर के लिए क्या खास


केंद्र सरकार ने वर्ष 2021-22 के बजट में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के लिए 35,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया है. वित्त मंत्री ने कहा, ''मैंने कोविड-19 के टीके के लिए 35,000 करोड़ रुपये मुहैया कराए हैं. अगर जरूरत हुई तो आगे भी धन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हूं. 2021-22 में स्वास्थ्य का बजट 2.23 लाख करोड़ रुपये है और इसमें 137 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.''  बजट में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये टीकाकरण अभियान के वित्तपोषण और देश में स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने पर 2.23 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव किया. सरकार चालू वित्त वर्ष में स्वास्थ्य क्षेत्र पर 94,452 करोड़ रुपये खर्च करने वाली है.