Unemployment Rate: मोदी सरकार के लिए राहत की खबर है. देश के शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर में कमी आई है. 15 वर्ष के ज्यादा आयु के कैटगरी के लोगों के बीच अक्टूबर - दिसंबर 2022 से लेकर अक्टूबर - दिसंबर 2023 के बीच बेरोजगारी दर 7.2 फीसदी से घटकर 6.5 फीसदी पर आ गई है. शहरी इलाकों में लेबर फोर्स की भागीदारी भी इस अवधि में बढ़ी है. 


एनएसएसओ  (National Sample Survey Office) ने पीरयॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (Periodic Labour Force Survey) अक्टूबर से दिसंबर 2023 की तिमाही के लिए बुलेटिन जारी किया है.  इस डेटा के मुताबिक शहरी इलाकों में अक्टूबर - दिसंबर 2022 तिमाही के मुकाबले अक्टूबर - दिसंबर 2023 के दौरान 15 साल से ज्यादा आयु के कैटगरी के लोगों के बीच बेरोजगारी दर 7.2 फीसदी से घटर 6.5 फीसदी पर आ गई है. पुरुषों के बीच बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी से घटकर 5.8 फीसदी पर आ गई है जबकि महिलाओं के बीच 9.6 फीसदी से घटकर 8.6 फीसदी रही है. 


डेटा के मुताबिक शहरी इलाकों में रहने वालों के बीच लोबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) में बढ़ोतरी आ रही है और ये 15 साल से ज्यादा आयु के बीच के लोगों के लिए 48.2 फीसदी से बढ़कर 49.9 फीसदी रही है. महिला लेबर फोर्स भागीदारी भी इस अवधि में बढ़ी है. महिलाओं के बीच ये 22.3 फीसदी से बढ़कर 25 फीसदी पर आ गया है.   


इस अवधि के दौरान 15 साल से ज्यादा आयु के बीच के लोगों में वर्कर पोपुलेशन रेश्यो (WPR)में बढ़ोतरी देखी जा रही है. अक्टूबर - दिसंबर 2022 के 44.7 फीसदी से बढ़कर अक्टूबर दिसंबर 2023 में बढ़कर 46.6 फीसदी हो गई है. पुरुषों में ये 68.6 फीसदी से बढ़कर 69.8 फीसदी पर आ गया है जो महिलाओं के बीच ये 20.2 फीसदी से बढ़कर 22.9 फीसदी पर आ गया है. 


इस सर्वे में एनएसओ मुख्य तौर पर शहरी एरिया को टारगेट करता है जिसमें वर्किंग पोपुलेशन रेश्यो, लेबर फोर्स पार्टिसीपेशन रेट, बेरोजगारी दर को देखा जाता है. अक्टूबर - दिसंबर 2023 के दौरान 5697 यूएफएस ब्लॉक्स में 44544 घरों में 169209 लोगों के बीच सर्वे किया गया है. 


ये भी पढ़ें 


Hurun List: ये हैं देश की सबसे सफल कंपनियां, 231 लाख करोड़ है मार्केट वैल्यू, कई देशों की जीडीपी भी इनसे पीछे