Earthquake Tax in Turkey: तुर्किए में भारी तबाही का मंजर है. तुर्किए (तुर्की) और सीरिया (Syria) में 6 फरवरी को आए इस भूकंप ने अबतक 15 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुकी है. वहीं 60 हजार से ज्यादा लोग घायल भी हो चुके हैं. बड़ी संख्या में बिल्डिंग्स भी जमींदोज हैं. इस बीच, तुर्किए में भूकंप टैक्स की चर्चा जोरों पर है. आइए जानते है भूकंप टैक्स क्या है और इसे कब से वसूल किया जा रहा है. 


तुर्किए का भूकंप टैक्स क्या है? 


साल 1999 में तुर्किए के पश्चिमी इलाके में 7.4 तीव्रता के भूकंप आने के बाद भारी तबाही हुई थी, जिसमें 17000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इस तबाही के भरपाई के लिए यहां की सरकार ने जनता पर earthquake Taxs यानी भूकंप टैक्स लगाया था. इसे वहां की भाषा में बाध्यकारी लेवी कहा जाता है. आम बोलचाल में इसे भूकंप टैक्स कहा जाता है और अधिकारिक तौर पर कहें तो इसे स्पेशल कम्युनिकेशन टैक्स कह सकते हैं. 


अभी तक कितनी राशि वसूली गई 


वहां की सरकार इसे 1999 से ही रकम वसूल रही है. 2003 तक सरकार ने 7.3 अरबी लीरा यानी 1.6 अरब डॉलर की राशि जुटाई थी. वहीं बताया जा रहा है कि अभी तक इस टैक्स के तहत 88 अरब लीरा यानी 4.6 अरब डॉलर वसूली गई है. लीरा तुर्की की करेंसी है.   


किस काम पर खर्च ​होनी थी ये रकम 


बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किए की ओर से लगाया जाने वाला ये भूकंप टैक्स, आपदा के रोकथाम और उन इलाकों के विकास पर खर्च किया जाना था. वहां की इमारतों के मरम्मत और भूकंपरोधी मकानों को बनाने में खर्च होना था, लेकिन विपक्ष के आरोप के मुताबिक टैक्स को इस काम के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया. भूकंप टैक्स सरकार के राजस्व में जमा किया जाता है. 


क्या भारत में वसूला जाता है ये टैक्स?


भूकंप टैक्स ज्यादातर उन देशों में लगाया जाता है, जहां भूकंप अधिक आते हैं. भारत में किसी भी राज्य की ओर से भूकंप टैक्स नहीं वसूल किया जाता है. 


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