Pulses Price Hike: सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद दाल की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. खासतौर से अरहर दाल की कीमतों में सबसे तेज उछाल देखने को मिली है. पिछले एक वर्ष में अरहर दाल 27 फीसदी तक महंगा हो चुका है. तो उरद से लेकर मसूर दाल की कीमतों में भी बढ़ोतरी जारी है. वहीं इस साल मानसून में कम बारिश के चलते आने वाले दिनों में दाल की कीमतों में और उछाल की आशंका जताई जा रही है.

  


अरहर दाल की कीमतों में तेजी 


डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन जो देशभर में खुदरा कीमतों पर रोजाना नजर रखता है उसके डेटा की मानें तो अरहर दाल जहां 29 अगस्त 2022 को 110.66 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था उसकी औसत कीमतें एक साल में बढ़कर 140.34 रुपये प्रति किलो हो चुकी है. यानि एक साल की अवधि में 27 फीसदी अरहर दाल के दाम बढ़ चुके हैं. 


मूंग और उरद दाल भी महंगा 


खाद्य उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के इस डेटा के मुताबिक मूंग दाल की औसत कीमतें एक साल पहले 29 अगस्त 2022 को 102.35 रुपये किलो हुआ करती थी जिसकी कीमत अब बढ़कर 111.19 रुपये हो चुकी है. यानि एक साल में मूंग दाल 8.15 फीसदी महंगा हुआ है. उरद दाल एक वर्ष पूर्व 108.25 रुपये में मिल रहा था जो अब 6.25 फीसदी महंगा 115.02 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. एक साल पहले मसूर दाल की औसत कीमत 92.09 रुपये प्रति किलो हुआ करती थी जो अब 97.16 रुपये प्रति किलो हो चुकी है. चना दाल की कीमतों में भी अब उछाल देखने को मिल रहा है. एक साल पहले चना दाल 74.15 रुपये किलो में मिल रहा था जो अब 77.9 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. यानि एक साल में 5 फीसदी से ज्यादा चना दाल महंगा हो चुका है.  


इंपोर्टरों को हिदायत 


हाल के दिनों में अरहर और उड़द दाल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सरकार ने कई फैसले लिए हैं. सरकार ने दाल आयात करने वाले इंपोर्टरों को कस्टम क्लीरेंस मिलने के बाद 30 दिनों के भीतर बाजार में दाल उतारने की हिदायत दी है. एडवाइजरी में मंत्रालय ने दाल के इंपोर्टरों से कहा है कि कस्टम क्लीरेंस मिलने के बाद 30 दिनों से ज्यादा स्टॉक को अपने पास होल्ड कर ना करें. साथ ही हर शुक्रवार को सभी इंपोर्टरों को विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर अरहर और उरद दाल के होल्डिंग स्टॉक की जानकारी देने को कहा गया है. 


भारत दाल के तहत बेचा जा रहा चना दाल 


इसी महीने 17 अगस्त 2023 से केंद्र सरकार ने भारत दाल के नाम से चना दाल बेचने का ऐलान किया है. भारत दाल स्कीम के तहत सरकार आम लोगों को सस्ती कीमत पर दाल उपलब्ध कराने के लिए  60 रुपये प्रति किलो के सब्सिडी वाले रेट पर चना दाल बेचने का ऐलान किया है तो 30 किलो का पैक 55 रुपये प्रति किलो के भाव पर बेचा जा रहा है. भारत दाल सरकार नेफेड, एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और सफल स्टोर के माध्यम से बेच रही है. 


सरकार का प्रयास, पर नहीं थम रहे दाम 


प्राइस स्टैबलाइजेशन फंड (Price Stabilisation Fund) के जरिए सरकार चना, अरहर, उरद, मूंग और मसूर दाल का बफर स्टॉक रखती है जिसे कीमतों पर काबू रखने के लिए सरकार बाजार में जारी करती है. अभी सरकार अरहर दाल को पीएसएफ बफर स्टॉक से कीमतों पर काबू रखने के लिए बेच रही है. इसके अलावा चना दाल और मूंग दाल लगातार बाजार में जारी किया जा रहा है. पर इसके बावजूद कीमतें काबू में नहीं आ रही है. 


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