Total Demat Accounts: देश में डिमैट खातों की संख्या मार्च 2024 तक बढ़कर 151 मिलियन (15.1 करोड़) हो गई है. मार्च महीने में कुल 3.1 मिलियन (31 लाख) नए डिमैट खाते जोड़े गए हैं जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भी हर महीने औसतन 3.1 मिलियन नए डिमैट अकाउंट्स खोले गए हैं. 


15.1 करोड़ डिमैट खाते


मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने खोले गए नए डिमैट खातों की जानकारी देते हुए बताया कि मार्च 2024 में देश में कुल डिमैट खातों की संख्या बढ़कर 15.1 करोड़ हो गई है. मार्च महीने में कुल खोले गए कातों की संख्या बढ़कर 31 लाख रही है. कुल डिमैट खातों की संख्या के मामले में सीडीएसएल की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है. महीने दर महीने बेसिस के मामले में सीडीएसएल ने बाजी मारी है. वहीं साल दर साल बेसिस पर एनएसडीएल के मार्केट शेयर में कमी आई है. एनएसडीएल के डिमैट खातों  के मार्केट शेयर में 390 बेसिस प्वाइंट और महीने दर महीने इंक्रीमेंट्ल डिमैट खातों में 570 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है. 


डिस्काउंट ब्रोकर्स का बढ़ा शेयर


रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2024 में एनएसई पर एक्टिव क्लाइंट्स की संख्या महीने दर महीने 1.8 फीसदी बढ़कर 40.8 मिलियन रही है. एनएसई के कुल एक्टिव क्लाइंट्स में टॉप पांच डिस्काउंट ब्रोकर्स की हिस्सेदारी 63.8 फीसदी है जो बीते साल मार्च 2023 में 59.9 फीसदी थी. जेरोधा के क्लाइंट काउंट महीने दर महीने 0.9 फीसदी बढ़कर 7.3 मिलियन पर जा पहुंची है. वहीं मार्केट शेयर 20 बेसिस प्वाइंट घटकर 17.9 फीसदी पर आ गई है. अपस्टॉक्स के क्लाइंट काउंट में महीने दर महीने 0.6 फीसदी का उछाल आया है और ये बढ़कर 2.5 मिलियन पर जा पहुंचा है. इसका मार्केट शेयर 10 बेसिस प्वाइंट घटकर 6.2 फीसदी रहा है. Groww का क्लाइंट काउंट 3.8 फीसदी बढ़कर 9.5 मिलियन हो गया है और इसका मार्केट शेयर 23.4 फीसदी रहा है. 


घट रही ट्रेडिशनल ब्रोकर्स की हिस्सेदारी


ट्रेडिशनल ब्रोकरेज हाउसेज में आईसेक (आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज) का मार्केट शेयर घटकर 4.5 फीसदी पर आ गया है तो आईआईएफएल सिक्योरिटीज का मार्केट शेयर बढ़कर 1.1 फीसदी रहा है. इससे एक बात तो स्पष्ट है कि डिस्काउंट ब्रोकर्स के साथ सबसे ज्यादा नए डिमैट अकाउंट खाताधारक जुड़ते जा रहे हैं. 


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