आईटी सेक्टर रोजगार देने के मामले में सबसे प्रमुख क्षेत्रों में एक गिना जाता रहा है. हालांकि अभी आईटी सेक्टर के हालात ठीक नहीं चल रहे हैं. बीते छह महीने के दौरान इस सेक्टर में काफी लोगों की नौकरियां गई हैं और आने वाले कुछ महीने तक हालात में सुधार के संकेत भी नहीं दिखाई दे रहे हैं.


इन तीन आईटी कंपनियों के आ गए रिजल्ट


आईटी सेक्टर की कंपनियों ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए रिजल्ट का ऐलान शुरू कर दिया है. इसकी शुरुआत देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस ने इसी सप्ताह की. उसके बाद इंफोसिस और एचसीएल टेक भी सितंबर तिमाही के लिए वित्तीय परिणाम जारी कर चुकी है. तीनों टॉप आईटी कंपनियों के रिजल्ट का आकलन करने से आईटी सेक्टर में जॉब के प्रोस्पेक्ट के बारे में पता चलता है.


इन कारणों से कम हो रहे कर्मचारी


आईटी सेक्टर में रोजगार के मामले में हाल अप्रैल-जून तिमाही से बिगड़ा हुआ है. तीनों टॉप आईटी कंपनियों के वित्तीय परिणामों का विश्लेषण बताता है कि पिछले छह महीने के दौरान इन कंपनियों में हजारों लोगों की नौकरियां गई हैं. बीते छह महीने के दौरान तीनों टॉप आईटी कंपनियों की कर्मचारियों की कुल संख्या में करीब 25 हजार की कमी आई है. इसके मुख्य कारण कंपनियों के द्वारा अपनाए जा रहे लागत बचाने के उपाय, खाली जगहों के लिए लोग नहीं मिल पाने और हायरिंग में कमी बताए जा रहे हैं.


सबसे बड़ी आईटी कंपनी का हाल


सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस ने इस सप्ताह बुधवार को परिणाम जारी किया. कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने बताया कि सितंबर तिमाही में कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या में करीब 6000 की कमी आई है. उन्होंने आशंका जताई कि आने वाले महीनों में भी कर्मचारियों की कुल संख्या इसी तरह से कम हो सकती हैं.


इंफोसिस में गई इतनों की नौकरियां


दूसरे नंबर की आईटी कंपनी इंफोसिस में स्थिति और खराब रही है. सितंबर तिमाही के दौरान इंफोसिस में कर्मचारियों की संख्या 7,530 कम हुई है. इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में 6,940 की कमी आई थी. आने वाले महीनों को लेकर इंफोसिस का कहना है कि उसे फिलहाल कैंपस हायरिंग करने की जरूरत नहीं है. यही हाल एचसीएल टेक में भी है.


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