आईटी सेक्टर सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले क्षेत्रों में एक है. देश की टॉप आईटी कंपनियां मिलकर दसियों लाख लोगों को नौकरी दे रही हैं. हालांकि अब यह सेक्टर डराने वाले आंकड़े दे रहा है. पिछले कुछ सालों के ट्रेंड से पता चलता है कि देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में नौकरियां तेजी से कम हो रही हैं.


टॉप कंपनियों ने जारी किए परिणाम


देश की टॉप-4 आईटी कंपनियों - टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक ने हाल ही में दिसंबर तिमाही का वित्तीय परिणाम जारी किया है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही आईटी कंपनियों के लिए खास नहीं रहा है. सबसे बड़ी आईटी कंपनी का मुनाफा जहां मामूली बढ़ा है, वहीं इंफोसिस के मुनाफे में कमी आई है. टॉप आईटी कंपनियों ने तीसरी तिमाही के वित्तीय प्रदर्शन के साथ रोजगार से जुड़ी जानकारियां भी दी हैं.


सिर्फ एक कंपनी में बढ़े कर्मचारी


कंपनियों के द्वारा किए गए खुलासे के अनुसार, टॉप-4 आईटी कंपनियों में नौकरियों में 50 हजार से ज्यादा की बडी गिरावट आई है. सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि सबसे बड़ी आईटी कंपनियों के हेडकाउंट में इतनी बड़ी गिरावट महज एक साल के अंतराल में दिखी है. टॉप-4 कंपनियों में अलग-अलग देखें तो पिछले साल भर के दौरान 3 कंपनियों का हेडकाउंट कम हुआ है और सिर्फ एक के हेडकाउंट में मामूली तेजी आई है.


साल भर में आई इतनी गिरावट


उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के हेडकाउंट में 10,669 की कमी आई है. इसी तरह इंफोसिस में नौकरी करने वालों की संख्या इस दौरान सबसे ज्यादा 24,182 नीचे आई है. विप्रो के कुल कर्मचारियों की संख्या में 18,510 की कमी आई है. दूसरी ओर एचसीएल टेक के हेडकाउंट में 2,486 की वृद्धि हुई है. इस तरह देखें तो बीते एक साल के दौरान टॉप-4 आईटी कंपनियों के हेडकाउंट में मिलाकर 50,875 की गिरावट आई है.


तीसरी तिमाही में भी कम हुई नौकरियां


आने वाले दिनों में हायरिंग को लेकर बात करें तो अभी नरमी की ही गुंजाइश दिख रही है. टीसीएस ने कहा है कि उसने कैंपस प्लेसमेंट की शुरुआत कर दी है, लेकिन दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस का कहना है कि उसे फिलहाल हायरिंग करने की जरूरत नहीं लग रही है. इससे पहले तीसरी तिमाही के दौरान जगभग सभी आईटी कंपनियों में लोग कम हुए. तीसरी तिमाही में सिर्फ एचसीएल टेक ने करीब 4000 फ्रेशर्स को हायर किया.


ये भी पढ़ें: सस्ते आटे की देश में बढ़ेगी उपलब्धता, भारत आटा स्कीम के लिए केंद्रीय एजेंसियों को 3 लाख टन गेहूं देगी एफसीआई