आपके और आपके परिवार वालों की आर्थिक सुरक्षा के लिए टर्म इंश्योरेंस बेहद जरूरी है. लेकिन इसकी खासियतों को जानने के बावजूद अभी भी इस इंश्योरेंस कवर को खरीदने वालों की तादाद कम है. टर्म इंश्योरेंस सस्ता है. हालांकि इसमें आपको कोई रिटर्न नहीं मिलता लेकिन यह आपके न रहने पर आपके परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है. इसलिए हर व्यक्ति को टर्म इंश्योरेंस जरूर खरीदना चाहिए. चूंकि टर्म इंश्योरेंस की मांग ज्यादा होने से कंपनियां इसका प्रीमियम बढ़ाती रहती है. आने वाले कुछ दिनों में कंपनियां एक बार फिर टर्म इंश्योरेंस महंगा करने जा रही है. इसलिए यह टर्म इंश्योरेंस खरीदने का सही वक्त है.


री-इंश्योरेंस कंपनियों की ओर से रेट बढ़ाने का असर


इकोनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक लाइफ इंश्‍योरेंस कंपनियां टर्म प्‍लान के प्रीमियम बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. इसके पीछे यह वजह बताई जा रही है कि कई रीइंश्‍योरेंस कंपनियां अपनी दरें बढ़ा चुकी हैं. री-इंश्योरेंस कंपनियां बीमा कंपनियों के जोखिम का इंश्‍योरेंस करती हैं. रीइंश्‍योरेंस कंपनियों ने अपने रेट ऐसे वक्त में बढ़ाया है जब लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां कोविड की वजह से ज्यादा मार्टेलिटी क्‍लेम का सामना कर रही हैं.


बीमा कंपनियों की बढ़ रही है लागत


भारतीय इंश्योरेंस कंपनियों के लिए रीइंश्‍योरेंस रेट कोरोना संक्रमण से पहले ही बढ़ रहे थे. ग्‍लोबल अंडरराइटर्स ने भारतीय बाजार में कम दरों को लेकर चिंता जताई थी. चूंकि यह बढ़ोतरी महामारी कोरोना के दौर में हुई है. इसलिए बीमा कंपनियों के पास ज्‍यादा लागत को खुद वहन कर लेने की गुंजाइश नहीं है. कुछ रीइंश्‍योरेंस फर्मों ने इस वित्‍त वर्ष की शुरुआत में दरें बदली थीं. जबकि कुछ कंपनियां रेट बदलने के बारे में सोच रही हैं. रीइंश्‍योरेंस कंपनियों के रेट लाइफ एक्‍सपेक्‍टेंसी पर आधारित होते हैं. यह एक लंबी अवधि का ट्रेंड होता है. लेकिन इस बार रीइंश्‍योरेंस कंपनियों ने अपने रेट बढ़ाने का फैसला कोरोना संक्रमण के दौरान उठाया है.


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