ITR Filing: शालिनी श्रीवास्तव ( नाम बदला हुआ) एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती है. उनकी सैलेरी भी अच्छी खासी है तो हर साल सरकार को मोटा टैक्स अदा करती हैं. इतना ही नहीं शालिनी हर साल इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तारीख से पहले ही आयकर रिटर्न भर देती हैं. इस वर्ष एसेसमेंट ईयर 2022-23 के लिए उन्हें आयकर रिटर्न भरना है. आयकर विभाग से लगातार रिटर्न दाखिल करने के लिए उन्हें मोबाइल फोन पर एसएमएस आ रहे हैं. लेकिन आयकर विभाग से जो एक मैसेज लगातार आ रहा है उसे लेकर शालिनी बहुत आहत हैं. उन्हें लगता है कि वो एक ईमानदार टैक्सपेयर हैं बावजूद इसके टैक्स विभाग धमकी भरे एसएमएस भेज रहा है.
टैक्स विभाग के SMS पर विवाद!दरअसल वित्त वर्ष 2021-22 और असेसमेंट ईयर 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 31 जुलाई, 2022 है. इनकम टैक्स विभाग द्वारा टैक्सपेयर्स को लगातार मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर डेडलाइन की याद दिलाई जा रही है. लेकिन शालिनी के पास जो इनकम टैक्स विभाग की तरफ से जो मैसेज आया है उसमें लिखा है कि, "प्रिय (पैन नंबर) अंजाम भुगतने से बचने के लिए एसेसमेंट ईयर 2022-23 के लिए www.incometax.gov.in पर 31 जुलाई, 2022 से पहले आयकर रिटर्न दाखिल भरना ना भूलें." टैक्स विभाग के इस भाषा से शालिनी को आपत्ति है. आपको बता दें केवल शालिनी ही नहीं इनकम टैक्स विभाग की तरफ रिटर्न नहीं दाखिल करने पर परिणाम भुगतने वाले मैसेज कई टैक्सपेयर्स के पास आए हैं. सोशल मीडिया पर टैक्स विभाग इस भाषा पर लोग हैरानी जता रहे हैं.
टैक्स टेरर का रहा है कहर!टैक्स विभाग का टैक्स टेरररिज्म कई सालों तक चर्चा का विषय रहा है. टैक्सपेयर्स को टैक्स विभाग के टेरर से बचाने की लिए सरकार ने कई कदम उठाये हैं जिसमें फेसलेस टैक्स एसेसमेंट , फेसलेस पेनाल्टी स्कीम शामिल है. इस स्कीम के तहत टैक्स अधिकारी और टैक्सपेयर का आमना सामना नहीं होता है. योजना के तहत पता नहीं लगता कि कौन टैक्स अधिकारी है और कौन करदाता. 2020 में इस योजना के लॉन्च पर प्रधानमंत्री मोदी ने तब कहा था कि टैक्सपेयर्स को सम्मान की नजर से देखा जाएगा उनपर भरोसा किया जाएगा और संदेह की नजर से उन्हें नहीं देखा जाएगा. लेकिन टैक्स विभाग के हालिया मैसेज ने सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम किया है.
ये भी पढ़ें
Inflation Impact: महंगाई का असर, मंत्रालयों और विभागों के अतिरिक्त बजट पर चल सकती है कैंची!