Tata Motors Demerger: टाटा मोटर्स के डीमर्जर के कारण मंगलवार, 14 अक्टूबर के कारोबारी दिन कंपनी के शेयर में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, निवेशकों को इस गिरावट से घबराने की कोई जरूरत नहीं है. टाटा मोर्टस ने अपने पैसेंजर व्हीकल और कमर्शियल व्हीकल को अलग-अलग कंपनी में बांट दिया है.

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टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल को अब टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल लिमिटेड के नाम से जाना जाऐगा. कंपनी में शेयरों का बंटवारा 1:1 के अनुपात में किया गया है. शेयरों में जो गिरावट देखी जा रही है, उसे शेयरों के प्राइस के हिसाब से एडजेस्ट किया जाएगा.

क्यों किया गया कंपनी का डीमर्जर?

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टाटा मोर्टस की बोर्ड की ओर से पिछले साल अगस्त में कंपनी के डीमर्जर को लेकर फैसला लिया गया था. बोर्ड का मानना था कि, अलग-अलग बिजनेस होने से दोनों ही कंपनियों पर ज्यादा फोकस किया जा सकेगा. साथ ही मौजूदा निवेश का बेहतर उपयोग होगा और भविष्य की योजना बनाने में आसानी होगी.

साथ ही कंपनी भविष्य में ग्रोथ के नए अवसरों पर ज्यादा फोकस करना चाहती है. दोनों ही सेगमेंट एक दूसरे से अलग है. इसलिए बोर्ड की ओर से कंपनी के डीमर्जर की घोषणा की गई थी. अब से टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल ईकाई को टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और कमर्शियल व्हीकल ईकाई को टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल लिमिटेड के नाम से जाना जाऐगा. 

कंपनी शेयर के हाल

कंपनी के द्वारा 14 अक्टूबर को डीमर्जर की तारीख तय की गई थी. आज, बीएसई पर टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के शेयर 399 रुपए पर ओपन हुए. वही एनएसई में 400 रुपए पर कंपनी के शेयर लिस्ट हुई. लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर में 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी और यह 391 रुपए पर ट्रेड कर रहा था. मंगलवार, मार्केट बंद होने पर बीएसई पर टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के शेयर के कीमत 3.90 रुपए या 0.98 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 395.10 पर बंद हुआ था.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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