तेजी से बढ़ रहे इलेक्ट्रिक कार बिजनेस पर टाटा समूह का भी फोकस है. इसके तहत टाटा समूह बैटरी बनाने के लिए नई गीगाफैक्ट्री लगाने वाला है. टाटा समूह की बैटरी गीगाफैक्ट्री ब्रिटेन के ब्रिजवाटर में बनने वाली है. समूह ने बुधवार को इसकी जानकारी दी.


गीगाफैक्ट्री पर होगा इतना खर्च


टाटा समूह ने बताया कि उसका मल्टी बिलियन डॉलर बैटरी प्लांट साउथ वेस्ट इंग्लैंड के ब्रिजवाटर में बनेगा. यह भारत के बाहर टाटा समूह की पहली गीगाफैक्ट्री होगी. सोमरसेट काउंटी में बनने जा रही इस गीगाफैक्ट्री पर टाटा समूह 5 बिलियन डॉलर (करीब 4 बिलियन पाउंड) निवेश करने वाला है. इस गीगाफैक्ट्री में बड़े स्तर पर बैटरियों का विनिर्माण होगा, जिनसे ईवी समेत ऑटोमोबाइल और एनर्जी सेक्टरों की जरूरतें पूरी होंगी.


यूरोप का सबसे बड़ा बैटरी प्लांट


टाटा ग्रुप के ग्लोबल बैटरी बिजनेस का संचालन Agratas करती है. उसने बुधवार को अपने प्रस्तावित ब्रिटिश बैटरी प्लांट के बारे में जानकारी दी. कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित प्लांट की क्षमता 40 GWh की होगी. यह प्लांट ब्रिजवाटर के ग्रैविटी स्मार्ट कैंपस में बनेगा. टाटा समूह ने इस प्लांट का ऐलान पिछले साल जुलाई में किया था. यह ब्रिटेन ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप का सबसे बड़ा बैटरी-सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा.


हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार


Agratas ने एक बयान में बताया कि उसके प्रस्तावित बैटरी प्लांट से 4000 लोगों को नौकरियां मिलने वाली हैं. वहीं हजारों लोगों को इस प्लांट से रोजगार के अप्रत्यक्ष अवसर मिलने वाले हैं. प्लांट का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. प्लांट में बैटरी का प्रोडक्शन 2026 में शुरू होने की उम्मीद है. कंपनी का कहना है कि जगुआर लैंड रोवर और टाटा मोटर्स उसके शुरुआती ग्राहक होंगे.


टाटा समूह का कार कारोबार


टाटा मोटर्स भारत की तीसरी सबसे बड़ी यात्री कार कंपनी है. मार्केट कैप हिसाब से टाटा मोटर्स ने हाल ही में मारुति सुजुकी को पीछे छोड़ा है और भारत की सबसे वैल्युएबल कार कंपनी बन गई है. बिक्री के मामले में दूसरे-तीसरे पोजिशन के लिए हुंडई इंडिया और टाटा मोटर्स की टक्कर होती है. ब्रिटेन का आइकॉनिक लग्जरी का ब्रांड जगुआर लैंड रोवर भी टाटा समूह का ही हिस्सा है, जिसका अधिग्रहण कुछ समय पहले टाटा समूह के द्वारा किया गया था.


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