Tata Group & Bisleri: टाटा ग्रुप ने बोतलबंद पानी की बिक्री करने वाली कंपनी बिस्लेरी इंटरनेशनल में हिस्सेदारी के अधिग्रहण को लेकर बातचीत शुरू कर दी है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. घटनाक्रम के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि यह बातचीत अभी शुरुआती दौर में है, और इस सौदे के संपन्न हो पाने के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी.


टाटा कंज्यूमर पहले ही हिमालयन ब्रांड के तहत बेचता है बोतलबंद पानी
टाटा ग्रुप अपने कंज्यूमर बिजनेसर का संचालन टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीसीपीएल) के बैनर तले करता है. यह कंपनी पहले से ही 'हिमालयन' ब्रांड के तहत बोतलबंद पानी की बिक्री करती है. इसके अलावा टाटा कॉपर प्लस वॉटर और टाटा ग्लूकोप्लस के ब्रांड भी उसके पास हैं. ऐसी चर्चा है कि टीसीपीएल ने अपने बोतलंबद पानी कारोबार को मजबूत करने के लिए बिस्लेरी ब्रांड में हिस्सेदारी लेने को लेकर बातचीत शुरू की है.


जानें Tata Consumer और Bisleri ने इस खबर पर क्या कहा 
हालांकि, इस बारे में संपर्क किए जाने पर टीसीपीएल और बिस्लेरी इंटरनेशनल दोनों ने ही टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. बिस्लेरी के एक प्रवक्ता ने कहा, 'कंपनी बाजार में लगाई जा रही अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती है.'


उद्योग क्षेत्र के जानकारों का ये है कहना
उद्योग क्षेत्र के जानकारों के मुताबिक, अगर यह सौदा पूरा हो जाता है तो टाटा ग्रुप की एफएमसीजी कंपनी टीसीपीएल बड़ी तेजी से बढ़ते बोतलबंद पानी कारोबार में बड़ी भूमिका निभाने की स्थिति में आ जाएगी.


बोतलबंद पानी के बाजार में बिस्लेरी का दबदबा
मार्केट रिसर्च और एडवाइजर टेकसाई रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 में देश का बोतलबंद पानी बाजार करीब 19,315 करोड़ रुपये रहा. लोगों के बीच स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी जागरूकता बढ़ने से इस बाजार के सालाना 13.25 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना जताई गई है. फिलहाल इस बाजार में बिस्लेरी का ही दबदबा है. कोका कोला का ब्रांड किनले, पेप्सिको का एक्वाफिना, पार्ले एग्रो का बैली और आईआरसीटीसी का ब्रांड रेल नीर भी इस बाजार में तगड़ी मौजूदगी रखते हैं.


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