Credit Suisse UBS Deal: अमेरिका से शुरू हुए हालिया बैंकिंग संकट (Banking Crisis 2023) का सबसे बड़ा शिकार यूरोप के सबसे पुराने बैंकों में से एक क्रेडिट सुईस (Credit Suisse) हुआ है. बाद में स्विट्जरलैंड की सरकार ने दखल देकर यूबीएस के हाथों इसका अधिग्रहण कराया. अब लगता है कि क्रेडिट सुईस को उबारने के चक्कर में यूबीएस खुद नए संकट में फंस गया है. इस स्विस बैंक को हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने पर मजबूर होना पड़ रहा है.


चली जाएगी इतने लोगों की नौकरियां


ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूबीएस क्रेडिट सुईस के 35 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रहा है. यह उसके कर्मचारियों के 50 फीसदी से ज्यादा है. बैंकिंग संकट का शिकार होकर बर्बाद होने से पहले क्रेडिट सुईस के पास करीब 45 हजार कर्मचारी थे. स्विट्जरलैंड सरकार की दखल के बाद वहीं का एक अन्य प्रमुख बैंक यूबीएस (UBS) संकटग्रस्त क्रेडिट सुईस को खरीदने के लिए तैयार हुआ था.


इस तरह से हो पाई थी डील


सरकार ने इस डील के लिए 109 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी 120.82 बिलियन डॉलर का बचाव पैकेज तैयार किया था. डील के तहत यूबीएस बैंक क्रेडिट सुईस को 3.25 बिलियन डॉलर में खरीदने पर सहमत हुआ था. दरअसल क्रेडिट सुईस के संकट से स्विट्जरलैंड समेत कई देशों की सरकारें और बैंकिंग नियामक परेशान हो गए थे. अगर जल्दी से इसका हल नहीं निकाला गया होता तो यह बैंकिंग संकट को और गंभीर बना सकता था.


जानकारों को पहले से था इस बात का डर


हालांकि जब यूबीएस और क्रेडिट सुईस की डील हो रही थी, तब कई एनालिस्ट ने भारी पैमाने पर छंटनी की आशंका जाहिर की थी. उनका कहना था कि यूबीएस और क्रेडिट सुईस की कई कारोबारी गतिविधियां ओवरलैप करती हैं. अब उनकी आशंका सच साबित होती दिख रही है. हालांकि अभी यूबीएस ने संभावित छंटनी को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है.


अभी इतनी है यूबीएस के कर्मचारियों की संख्या


क्रेडिट सुईस सौदे के बाद यूबीएस के कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1.2 लाख हो गई है. इनमें से 37 हजार कर्मचारी स्विट्जरलैंड में हैं. ब्लूमबर्ग का कहना है कि यूबीएस में छंटनी तीन चरणों में की जा सकती है. पहली छंटनी जुलाई में हो सकती है, जबकि दूसरी और तीसरी छंटनी इस साल सितंबर और अक्टूबर में होने की आशंका है.


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