Indian Oil News: देश की सबसे बड़ी सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल अपने शेयरधारकों को बोनस शेयर जारी करेगी. साथ ही शेयरधारकों को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए डिविडेंड भी दिए जाएंगे. इंडियन ऑयल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंगलवार को 1:2 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने की सिफारिश की है.


1:2 के अनुपात में बोनस शेयर देने का मतलब यह हुआ कि निवेशकों को प्रत्येक 2 मौजूदा शेयरों के लिए 1 नया शेयर दिया जाएगा. मंगलवार को इंडियन ऑयल (Indian Oil) का शेयर 1.80 प्रतिशत उछल कर 124.30 रुपये पर बंद हुआ.


इतना मिलेगा डिविडेंड


बोनस शेयर जारी करने की बोर्ड की सिफारिश के लिए पोस्टल बैलेट के जरिये शेयरधारकों की मंजूरी लेनी होगी. कंपनी बोर्ड ने बोनस शेयर देने के लिए 1 जुलाई, 2022 की रिकॉर्ड डेट तय की है. इंडियन ऑयल ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए शेयरधारकों को 10 रुपये फेस वैल्यू वाले प्रति इक्विटी शेयर के लिए 36 प्रतिशत यानी 3.60 रुपये डिविडेंड देने की भी सिफारिश की है.


मुनाफे में कमी


मार्च 2022 में खत्म कारोबारी 2021-22 की चौथी तिमाही में इंडियन ऑयल का शुद्ध मुनाफा 31.4 प्रतिशत घटकर 6,022 करोड़ रुपये रह गया. एक साल पहले की समान अवधि में इस सरकारी तेल कंपनी का शुद्ध मुनाफा 8,781 करोड़ रुपये रहा था.


इतनी रही आय


जनवरी-मार्च 2022 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 25.6 प्रतिशत बढ़कर 2.06 लाख करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले इसी अवधि में यह 1.64 लाख करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का औसत ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) 11.25 डॉलर प्रति बैरल रहा. वित्त वर्ष 2020-21 में यह 5.64 डॉलर प्रति बैरल रहा था.


सरकारी तेल कंपनियों के कारोबारी नतीजे हमेशा से ही चर्चा का विषय रहते हैं. तिमाही नतीजों में हुई आमदनी को लेकर लोग इस तरह के सवाल भी उठाने लगते हैं कि आखिर जब कंपनियों को इतना मुनाफा हो रहा है तो वो पेट्रोल और डीजल के दामों कटौती क्यों नहीं करते हैं.


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