भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में गिरावट का दौर जारी है. खासतौर से विदेशी निवेशकों (FPI) का भारतीय शेयर बाजार से अपना पैसा भारी मात्रा में निकालने का सिलसिला जनवरी 2025 में भी चलता रहा. इस दौरान, FPIs ने 78,000 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के शेयर बेचे, जो दिसंबर 2024 में थोड़ी स्थिरता के बाद उनकी आक्रामक बिकवाली को फिर से तेज करता है.

फरवरी 2025 की शुरुआत में भी यह सिलसिला जारी रहा और 10 फरवरी खबर लिखे जाने तक 7,342 करोड़ रुपये की निकासी हो चुकी थी. यह आंकड़े नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के डेटा से सामने आए हैं.

FII की हिस्सेदारी घटी

जनवरी 2025 में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 23 में से 22 कारोबारी सत्रों में बिकवाली की, जिससे बाजार पर भारी दबाव देखने को मिला. FIIs ने अक्टूबर 2024 से अब तक कुल 1.7 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं. जनवरी में लगभग सभी सेक्टर्स में वह नेट सेलर रहे. भारतीय शेयर बाजार में FIIs की हिस्सेदारी लगातार घट रही है. मिंट की रिपोर्ट के अनुसार,

जनवरी 2015 में यह 20.2% थी.

जनवरी 2024 में घटकर 16.3% पर आ गई.

जनवरी 2025 में यह 16.0% पर आ गई, जो पिछले 10 वर्षों में सबसे कम है.

दिसंबर 2024 में FII की हिस्सेदारी 16.1% थी, यानी जनवरी में इसमें मामूली गिरावट आई है. अक्टूबर 2024 में यह 12 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई थी.

इसके अलावा, FII की कुल इक्विटी एसेट्स अंडर कस्टडी (AUC) जनवरी 2025 के अंत में 67.7 लाख करोड़ रुपये तक गिर गई, जो दिसंबर 2024 में 71.1 लाख करोड़ रुपये थी. यह 5 फीसदी की गिरावट को दिखाती है, जो विदेशी निवेशकों की लगातार हो रही बिकवाली का प्रभाव है.

सबसे ज्यादा कहां बिकवाली कहां हुई?

जनवरी 2025 में FIIs ने सबसे ज्यादा बिकवाली बैंकिंग, आईटी, तेल और गैस, और ऑटोमोबाइल सेक्टर में की.

बैंकिंग और वित्तीय सेवा (BFSI): 2.8 बिलियन डॉलर (लगभग ₹23,000 करोड़) की बिकवाली की.

आईटी सेक्टर: 747 मिलियन डॉलर (लगभग ₹6,100 करोड़) की बिकवाली.

तेल और गैस (Oil & Gas): 182 मिलियन डॉलर (लगभग ₹1,500 करोड़) की निकासी.

ऑटोमोबाइल सेक्टर: 672 मिलियन डॉलर (लगभग ₹5,500 करोड़) की बिकवाली.

दिसंबर 2024 में बैंकिंग और आईटी सेक्टर में निवेश हुआ था, लेकिन जनवरी में विदेशी निवेशकों का रुख पूरी तरह बदल गया और इन सेक्टरों से भी भारी निकासी हुई.

मामूली खरीदारी वाले सेक्टर

केमिकल्स सेक्टर: 41 मिलियन डॉलर (लगभग ₹335 करोड़) की खरीदारी.

मीडिया सेक्टर: 20 मिलियन डॉलर (लगभग ₹165 करोड़) की खरीदारी.

टेलीकॉम सेक्टर: 16 मिलियन डॉलर (लगभग ₹130 करोड़) की खरीदारी.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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