IT Companies CEO Salary: आईटी कंपनियों के सीईओ का सैलरी पैकेज आमतौर पर काफी बढ़िया होता है. हालांकि अब इसी से जुड़ी ऐसी खबर आई है जो आपको हैरान कर सकती है. देश में वित्त वर्ष 2023 में छोटी आईटी कंपनियों ने अपने चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) को इतनी ज्यादा सैलरी दी है जो कि इनकी समकक्ष दिग्गज आईटी कंपनियों के सीईओ से भी काफी ज्यादा है. छोटी आईटी कंपनियों ने इस सेक्टर की दिग्गज कंपनियों जैसे इंफोसिस, एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा के सीईओ की सैलरी से भी ज्यादा पैकज हासिल किए हैं.


आईटी फर्म्स के सीईओ ने कितनी कमाई की- कितना अंतर है दिग्गजों से


CNBC की एक खबर के मुताबिक पर्सिस्टेंट सिस्टम्स के सीईओ संदीप कालरा ने वित्त वर्ष 2023 में 61.7 करोड़ रुपये की कमाई की है. सैलरी के मामले में ये केवल विप्रो के सीईओ Thierry Delaporte से पीछे हैं जिन्होंने इस दौरान 82.4 करोड़ रुपये का पैकेज हासिल किया है. एम्फेसिस के नितिन राकेश ने वित्त वर्ष 2023 में 59.2 करोड़ रुपये का पैकेज हासिल किया है और आईटी कंपनियों में सैलरी के मामले में तीसरे स्थान पर रहे हैं. कोफोर्ज के सीईओ सुधीर सिंह ने विप्रो और इंफोसिस के अलावा निफ्टी की अन्य आईटी फर्म्स से ज्यादा पैकेज हासिल किया है और सालाना आमदनी की है.


इसके मुकाबले में अगर टीसीएस और टेक महिंद्रा जैसे आईटी जाएंट्स को देखें तो टीसीएस के राजेश गोपीनाथन को 30 करोड़ रुपये की सालाना आय मिली, इसी तरह टेक महिंद्रा के सीपी गुरनानी को भी 30 करोड़ रुपये का सैलरी पैकेज मिला. इसके अलावा इन दो कंपनियों को छोड़कर वित्त वर्ष 2023 के लिए निफ्टी में शामिल सभी आईटी कंपनियों के सीईओ की सैलरी में गिरावट देखी गई है. इन आईटी कंपनियों के सीईओ के पैकेज में फिक्स्ड पैकेज, वेरिएबल पे, रिटायरल बेनेफिट्स और स्टॉक ऑप्शंस के तहत मिली आय भी शामिल रहती है. 


छोटी आईटी कंपनियों ने दिग्गज आईटी कंपनियों से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया 


वित्त वर्ष 2023 में एचसीएल टेक के सीईओ सी विजयकुमार की आय में 77 फीसदी की कमी देखी गई और ये 28.4 करोड़ रुपये पर आ गई. टेक महिंद्रा और माइंडट्री के सीईओ को भी वित्त वर्ष 2023 में 52 फीसदी कम सैलरी मिली है. आईटी कंपनियों के घटते प्रॉफिट मार्जिन को देखते हुए इन सीईओ की सैलरी में ये कटौती की गई है. वहीं पर्सिस्टेंट सिस्टम्स और एम्फेसिस जैसी छोटी आईटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2023 में 33 फीसदी की प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई है जबकि इनके मुकाबले में बड़ी और दिग्गज कंपनियों जैसे इंफोसिस, टीसीएस एंड एचसीएल टेक्नोलॉजीज के इसी साल में प्रॉफिट ग्रोथ 10 फीसदी से कम रहे हैं. इसी के मुताबिक इनके शेयरों में भी ऐसा ही ट्रेंड देखा गया और कोफोर्ज, परसिस्टेंट सिस्टम्स, बिरला सॉफ्ट के शेयरों में पिछले साल 33 फीसदी की उछाल देखी गई. 


ये भी पढ़ें


G20 Seminar: ग्लोबल चुनौतियों से निपटने के लिए भारत पूरी तरह सक्षम, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया भरोसा