Small Saving Rate Hike: वित्त मंत्रालय ने मौजूदा वित्त वर्ष ती तीसरी तिमाही अक्टूबर से दिसंबर के लिए छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों की घोषणा कर दी है. और इस अवधि के लिए केवल पोस्ट ऑफिस के 5 साल के रेकरिंग डिपॉजिट के ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया है. वहीं पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना समेत किसान विकास पत्र के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है. 


20 बेसिस प्वाइंट बढ़ी ब्याज दरें 


वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों की घोषणा कर दी है. 5 साल के रेकरिंग डिपॉजिट के ब्याज दरों को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया गया है. ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की गई है. जबकि पोस्ट ऑफिस की अलग अलग अवधि वाले डिपॉजिट स्कीमों के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है. 




इन स्कीमों के ब्याज दरों में बदलाव नहीं 


1 अक्टूबर 2023 से लेकर 31 दिसंबर 2023 के दौरान सुकन्या समृद्धि योजना पर 8 फीसदी ब्याज मिलेगा. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7.7 फीसदी ब्याज दर को बरकरार रखा गया है. किसान विकास पत्र में निवेश करने वालों के 7.5 फीसदी ब्याज मिलेगा और ये 115 महीने में मैच्योर करेगा. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम 8.2 फीसदी ब्याज इस तिमाही में मिलेगा. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम अकाउंट स्कीम में निवेश पर 7.4 फीसदी ब्याज मिलेगा. एक साल की मियाद वाली डिपॉजिट पर 6.9 फीसदी, 2 साल की अवधि वाले डिपॉजिट पर 7 फीसदी, 3 वर्ष के अवधि वाले डिपॉजिट पर 7 फीसदी और 5 साल की मियाद वाली डिपॉजिट स्कीम पर 7.5 फीसदी ब्याज मिलेगा.  


पीपीएफ के निवेशकों में मायूसी 


एक बार फिर पब्लिक प्रविडेंट फंड ( Public Provident Fund) के ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है और इसमें निवेश करने वाले निवेशकों को केवल 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा. अप्रैल 2020 के बाद से ही पीपीएफ के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है जबकि इस दौरान आरबीआई ने रेपो रेट में 2.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. सरकार ने सभी बचत योजनाएं के ब्याज दरों को बढ़ाया है. लेकिन पीपीएफ में निवेश करने वाले निवेशकों को निराशा हाथ लगी है. 


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