श्रीराम कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड और दक्षिण अफ्रीका की सनलाम समूह की संयुक्त उपक्रम श्रीराम जनरल इंश्योरेंस (एसजीआई) अगले कुछ सालों में कारोबार बढ़ाने और अधिक क्षेत्रों तक पहुंच बढ़ाने पर फोकस कर रहा है. इसने अपने एजेंटों की संख्या बढ़ाकर दो लाख करने टारगेट बना रहा है. कंपनी के पास अभी प्वॉइंट ऑफ सेल्सपर्सन समेत 57 हजार एजेंट हैं. वहीं इसकी कुल 235 ब्रांचेज हैं. 


यह बीमा कंपनी जयपुर की है और इसका पिछले वित्त वर्ष में ग्रॉस रिटेन प्रीमियम 29 फीसदी बढ़कर 2,266 करोड़ रुपये रहा
जबकि इसके बीमा उद्योग में 16 फीसदी बढ़ोतरी रही है. एसजीआई के एमडी एवं सीईओ अनिल अग्रवाल ने कहा कि हम बिजनेस प्लान को लेकर उत्साहित हैं. ग्रोथ इंजन बहुत मजबूत है. योजनाओं के मुताबिक हम प्वॉइंट ऑफ सेल्सपर्सन समेत 1.50 लाख से ज्यादा एजेंटों की नियुक्ति करेंगे.  


कंपनी के सीईओ ने क्या कहा 


अग्रवाल ने कहा कि हम ब्रोकरों और एग्रीगेटर प्लेटफॉर्मों की तुलना में व्यक्तिगत नए प्रीमियम को बढ़ाने के लिए अपने एजेंटों पर भरोसा करते हैं. उन्होंने कहा कि एजेंट हमारी ताकत हैं. उन्होंने कहा​ कि कंपनी के पास ग्राहकों से कनेक्ट होने और उनके लाभ के लिए एक खास मॉडल है. इसमें हम जोखिम भागीदारों के रूप में प्रगति की सही दिशा दिखाने वाले हर महत्वपूर्ण समय पर उनके जीवन यात्रा में उनके साथ हैं. एजेंट विकास के महत्वपूर्ण इंजन हैं और पिछले साल करीब 14,000 एजेंटों को नियुक्त किया था. 


कंपनी ने बताया बिजनेस प्लान 


सीईओ ने कहा कि केवल एजेंसी को ही नहीं बढ़ा रहे हैं, बल्कि अपने वर्कफोर्स का भी विस्तार कर रहे हैं. चालू वित्त वर्ष में 750 और अगले 3 साल में 5000 लोगों की भर्ती की योजना है. कंपनी के पास वर्तमान में 3,705 कर्मचारी हैं. एसजीआई का सॉल्वेंसी अनुपात 4.9 फीसदी है जबकि नियामकीय जरूरत 1.5 फीसदी की है. इसके प्रमोटरों ने कंपनी में अब तक 259 करोड़ रुपये इक्विटी के रूप में निवेश किए हैं. कंपनी 14 वर्षों में लाभांश के रूप में 2,200 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है.


क्लेम सेटलमेंट पर ज्यादा फोकस 


अग्रवाल ने कहा कि हम अपने दावों के निपटान को बढ़ाने पर अधिक फोकस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्वयं के नुकसान के दावों का तेजी से निपटान उनकी आजीविका को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है. कर्मचारियों और एजेंटों की संख्या बढ़ाने के साथ तकनीक में हमारा निवेश हमें अपनी व्यावसायिक प्रक्रिया को तेज करने में मदद करता है, तकनीक को संचालित करने के लिए एक सक्षम टीम की भी आवश्यकता होती है और साथ ही हम अभी भी फिजिटल मॉडल में भी हैं.


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