Haldiram: नमकीन हो या भुजिया या फिर तरह-तरह की मिठाइयां बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी हल्दीराम की पहुंच घर-घर में है. कंपनी का कारोबार सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि लगभग उन सभी देशों में फैला हुआ है जहां-जहां हिंदुस्तानियों का बसेरा है. सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक होल्डिंग्स (Temasek) करीब 8500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 10 परसेंट हिस्सेदारी खरीदने जा रही है. हल्दीराम स्नैक्स ने रविवार को इसकी घोषणा कर दी.
अब शेख तहनून बिन जायद का हल्दीराम पर आया दिल
अब खबर आ रही है कि हल्दीराम पर एक और विदेशी निवेशक पैसा लगाना चाह रहे हैं. वह कोई और नहीं बल्कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शेख तहनून बिन जायद (Sheikh Tahnoon bin Zayed) हैं.
शेख तहनून हल्दीराम में छह परसेंट हिस्सेदारी खरीदना चाह रहे हैं. यह सौदा करीब 5,160 करोड़ रुपये का हो सकता है. शेख तहनून बिन जायद वही हैं, जिन्होंने हिंडनबर्ग संकट के समय देश के जाने-माने बिजनेस टायकून गौतम अडानी की मदद के लिए आगे आए थे और 2 बिलियन डॉलर की मदद की थी.
गौतम अडानी की इस तरह से की थी मदद
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी 2023 में अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसके चलते गौतम अडानी की संपत्ति में लगभग 36 बिलियन डॉलर तक की गिरावट आई थी.
इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि अडानी ग्रुप सालों से धोखाधड़ी और स्टॉक हेरफेर की साजिश में शामिल रहे हैं. जबकि कंपनी ने इन सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया था.
उस दौरान अबू धाबी के शाही परिवार के सदस्य और यूएई के सुरक्षा सलाहकार शेख तहनून बिन जायद अल गौतम अडानी के बचाव में आगे आए थे. अबूधाबी स्थित इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों में 2 बिलियन डॉलर का निवेश किया था. इसके चेयरमैन शेख तहनून बिन जायद हैं.
अबूधाबी बैंक PJSC के चेयरमैन भी
बता दें कि शेख तहनून बिन जायद फर्स्ट अबूधाबी बैंक PJSC के भी चेयरमैन हैं. उनका कारोबार 1.5 ट्रिलियन डॉलर का है. उनकी कंपनी का नाम अल्फा वेव ग्लोबल (Alpha Wave Global) है, जिसने चिमेरा कैपिटल (Chimera Capital) के साथ मिलकर हल्दीराम में लगभग 6 परसेंट हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जाहिर की है. अगर इस डील पर बात बन जाती है तो अल्फा वेव हल्दीराम में पैसा लगाने वाली दूसरी कंपनी बन जाएगी.
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