World Economic Forum Davos: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने एक बार फिर से महंगाई को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि महंगाई केंद्रीय बैंक के एजेंडा में टॉप पर है. खाद्य महंगाई मौसम पर निर्भर होने की वजह से काफी अनिश्चित है. शक्तिकांत दास ने दावोस (Davos) में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की सालाना बैठक के दौरान कहा कि आरबीआई लगातार महंगाई को नियंत्रित रखने के कदम उठा रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत महंगाई दर को 4 फीसदी के आंकड़े पर लाने में सफल रहेगा.


चार महीने के उच्चतम आंकड़े 5.69 फीसदी पर पहुंच गई महंगाई 


सांख्यिकी एवं कार्यक्रम मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में महंगाई दर दिसंबर, 2023 में चार महीने के उच्चतम आंकड़े 5.69 फीसदी पर पहुंच गई है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) इंफ्लेशन नवंबर, 2023 में 5.55 फीसदी थी. हालांकि, 5.69 फीसदी का आंकड़ा अर्थशास्त्रियों द्वारा लगाए गए अनुमान 5.9 फीसदी से नीचे ही है. शक्तिकांत दास ने कहा कि फिलहाल महंगाई के आंकड़े हमारी रेंज 2 से 6 फीसदी के बीच ही हैं. हालांकि, हमारा लक्ष्य इसे 4 फीसदी पर लाने का है. महंगाई के आंकड़ों के मामूली वृद्धि जरूर दर्ज की गई है. मगर, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में ज्यादा उछाल दर्ज नहीं किया गया है. मासिक आधार पर सीपीआई में 0.9 फीसदी की कमी आई है. सब्जियों के प्राइस इंडेक्स में कमी आई है और यह 5.3 फीसदी पर रहा है. सब्जियों की कीमतों में लगातार सुधार हो रहा है. 


क्रिप्टो करेंसी भारत जैसे देशों के लिए चिंता का विषय 


गवर्नर दास ने क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) को एक बार फिर से बड़ी रिस्क भी बताया. उन्होंने कहा कि उभरते हुए देशों के लिए यह चिंता का विषय है. इंडिया जैसे देशों को इससे सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि को लेकर भी आश्वासन देते हुए कहा कि आने वाले सालों में देश निरंतर प्रगति करता रहेगा. दुनियाभर के निवेशकों का भरोसा भारत में मजबूत हुआ है.


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