Tax Saving Tips: वैसे सीनियर सिटीजन जिनकी आय ज्यादा है और वे टैक्स बचाने के लिए निवेश करना चाहते हैं वे हमेशा निवेश के ऐसे माध्यमों की तलाश में होते हैं जहां निवेश पर शानदार रिटर्न तो मिले ही साथ ही निवेश की अवधि भी लंबी ना हो. 


म्यूचुअल फंड के ELSS स्कीम में निवेश पर 3 साल का लॉक इन पीरियड है. टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में 5 साल के लिए निवेश करना होता है. पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 5 साल के लिए निवेश लॉक होता जाता है. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट यानि एनएसीसी में भी 5 सालों के लिए निवेश करना होता है. टैक्स फ्री बॉन्ड में निवेश 5 साल के लिए लॉक हो जाता है. जबकि पीपीएफ में 15 सालों के लिए निवेश करना पड़ता है. 


ऐसे में आपको बताते हैं सीनियर सिटीजन कहां टैक्स बचाने के लिए निवेश कर सकते हैं. साथ ही सबसे कम लॉक इन पीरियड कहां होगा और निवेश पर रिटर्न कहां सबसे ज्यादा मिल सकता है. 


1. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) - केंद्र सरकार की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम बुजुर्गों के लिए निवेश का सबसे बेहतर जरिया है जहां वे निवेश पर बेहतर रिटर्न पाने के साथ टैक्स भी बचा सकते हैं. एक जनवरी 2023 से सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर ब्याज दर को 7.6 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया गया है. 5 साल के लिए आपका निवेश लॉक होता जाता है और 5 साल के मैच्योरिटी के बाद आपको आपका रकम वापस मिल जाएगा. आप चाहें तो 3 साल के लिए और निवेश की मियाद को बढ़ा सकते हैं. 80 सी के तहत टैक्स छूट हासिल की जा सकती है. 15 लाख रुपये तक ज्यादा से ज्यादा इसमें निवेश किया जा सकता है. लेकिन 1.50 लाख रुपये के निवेश पर ही 80 सी के तहत टैक्स छूट हासिल की जा सकती है. 


2. टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट - सभी बैंक टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम जारी करते हैं. आप अपने बैंक में जाकर इस स्कीम में निवेश कर टैक्स बचा सकते हैं. अलग अलग बैंकों के टैक्स सेविंग एफडी स्कीम के ब्याज दरों पर नजर डालें तो बैंकों के ब्याज दरों में अंतर है. एसबीआई सीनियर सिटीजन को 7.25 फीसदी ब्याज दे रहा है तो एक्सिस बैंक 7.75 फीसदी ब्याज ऑफर कर रहा है. टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश पांच साल के लिए लॉक हो जाता है. एक साल में 1.50 लाख रुपये तक टैक्स बचाने के लिए सलाना निवेश किया जा सकता है. 


3. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) - नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट भी खरीदकर सीनियर सिटीजन टैक्स बचा सकते हैं. हाल ही में सरकार ने एक जनवरी 2023 से नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर ब्याज दर को 6.8 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है. निवेश पर 80 सी के तहत टैक्स छूट मिलेगा. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश 5 साल के लिए लॉक हो जाएगा. 


4. टैक्स फ्री बॉन्ड (Tax-Free Bonds) -  टैक्स-फ्री बॉन्ड सीनियर सिटीजन के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. इसमें निवेश पर बेहतर रिटर्न मिलने के साथ टैक्स बचाया जा सकता है. टैक्स-फ्री बॉन्ड सरकारी कंपनियों या संस्था द्वारा जारी किया जाता है है इसलिए रिटर्न सुरक्षित भी है. सीनियर सिटीजन बेहतर रेटिंग वाले टैक्स-फ्री बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. बॉन्ड में कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना पड़ता है. साथ ही सलाना इससे इनकम भी मिलता रहेगा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी यानि एनएचएआई के टैक्स-फ्री बॉन्ड में निवेश किया जा सकता है. 


5. ELSS स्कीम - सीनियर सिटीजन चाहें तो म्यूचुअल फंड की ईएलएसएस स्कीम में निवेश कर सकते हैं. इसमें निवेश केवल 3 साल के लिए लॉक रहता है. 1.50 लाख रुपये तक सलाना निवेश पर 80 सी के तहत टैक्स छूट हासिल की जा सकती है. लेकिन ईएलएसएस स्कीम में निवेश में एक जोखिम भी है. म्यूचुअल फंड कंपनियां जमा पैसे को शेयर बाजार में निवेश करती हैं. ऐसे में रिटर्न शेयर बाजार में उतार - चढ़ाव पर निर्भर करता है. बाजार में बड़ी गिरावट आने पर नुकसान भी हो सकता है. 


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