आम लोगों को महंगाई से राहत नहीं मिल पा रही है. खुदरा महंगाई की दरें अभी कम हो ही रही थी कि टमाटर समेत अन्य कई सब्जियों के भाव आसमान पर पहुंच गए. इसके साथ-साथ मसालों की कीमतें भी चढ़ गईं. इसका असर हुआ कि लोगों की खाने की थाली पिछले दो महीने में काफी तेजी से महंगी हुई है. क्रिसिल की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.


2 महीने से बढ़ने लगे भाव


क्रिसिल मार्केट इंटेलीजेंस एंड एनालिटिक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, खाने की थाली की कीमतों में लंबे समय से लगातार गिरावट आ रही थी, लेकिन बीते दो महीने से फिर इसके भाव तेज होने लग गए हैं. यह ट्रेंड वेज और नॉन-वेज दोनों मामलों में दिख रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, वेज और नॉन-वेज थाली कीमतें पिछले साल अक्टूबर से लगातार कम हो रही थीं, लेकिन मई और जून 2023 के दौरान इनके भाव में तेजी देखी गई.


खाने की थाली के ताजे भाव


क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, वेज थाली की औसत कीमत अप्रैल 2023 में 25.1 रुपये प्रति प्लेट थी. यह बढ़कर जून 2023 में 26.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई. इसी तरह नॉन-वेज थाली की कीमत अप्रैल के 58.3 रुपये प्रति प्लेट से बढ़कर जून में 60 रुपये प्रति प्लेट पर पहुंच गई. क्रिसिल का कहना है कि टमाटर, दाल और अनाजों की कीमतें बढ़ने से खाने की थाली महंगी हो रही है.


इतना महंगा हुआ टमाटर


आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की कीमतें जून की शुरुआत से अभी तक 60 से 100 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं. दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमतें जून की शुरुआत में 20 रुपये प्रति किलो थीं, जो जुलाई के पहले सप्ताह में बढ़कर 110 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गईं. इसी तरह चेन्नई, अहमदाबाद और कोलकाता में टमाटर के खुदरा भाव अभी 100 से 150 रुपये किलो तक हो गए हैं.


बढ़ गए दालों और अनाजों के भाव


टमाटर के अलावा मिर्च की कीमतें भी अभी रिकॉर्ड बना रही हैं. इनके साथ-साथ जीरा और काली मिर्च समेत गरम मसालों के भाव भी खूब गरम चल रहे हैं. क्रिसिल की रिपोर्ट की मानें तो जून महीने के दौरान दालों के भाव भी बढ़े हैं. रिपोर्ट के अनुसार, जून महीने में अरहर और चना दाल के भाव में 3-3 फीसदी की तेजी आई है. इस दौरान गेहूं की कीमत 9 फीसदी ज्यादा हुई है.


साल भर पहले से कम हैं भाव


क्रिसिल की रिपोर्ट में सामने आई बातों में एक अच्छी बात यह रही कि पिछले 2 महीने से आ रही तेजी के बाद भी खाने की थाली के भाव साल भर पहले की तुलना में कम हैं. जून महीने के दौरान वेज थाली और नॉन-वेज थाली दोनों के भाव साल भर पहले की तुलना में 5 फीसदी कम रहे. इसका कारण है कि खाने के तेल के भाव नरम चल रहे हैं. टमाटर को छोड़ अन्य सब्जियां भी पिछले साल की तुलना में नरम हैं.


ये भी पढ़ें: क्रिकेट ही नहीं कमाई के भी महेंद्र बाहुबली, कई सौ करोड़ है ब्रांड धोनी की वैल्यू