Reliance Jio & Reliance Retail IPO News: 29 अगस्त, 2022 को रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की 45वीं  एजीएम (Annual General Meeting) की बैठक है. और अभी से इस बैठक के एजेंडे को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं. माना जा रहा है कि इस बार के एजीएम की बैठक में के बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं. जिसमें रिलायंस जियो के आईपीओ (Reliance Jio IPO) से लेकर रिलायंस रिटेल के आईपीओ (Reliance Retail IPO ) की घोषणाएं शामिल है. माना जा रहा है कि इस एजीएम में 5जी मोबाइल सर्विसेज लॉन्च करने की तारीख पर से भी पर्दा उठ सकता है.  2019 के एजीएम बैठक में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani) ने अगले पांच वर्षों में रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल की स्टॉक एक्सचेंज ( Stock Exchanges) पर लिस्टिंग कराने की बात कही थी. 


रिलायंस जियो का आईपीओ? 
जेएम फाइनैंशियल का मानना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम में रिलायंस जियो, रिलायंस डिजिटल और ऑयल टू केमिकल यूनिट के आईपीओ के टाइमलाइन की घोषणा की जा सकती है.  ब्रोकरेज फर्म CLSA का मानना है कि रिलायंस जियो के आईपीओ को इस वर्ष लॉन्च किया जा सकता है जिसका मार्केट वैल्यू 100 बिलियन डॉलर ( 8 लाख करोड़ रुपये) रहने का अनुमान है. CLSA के मुताबिक रिलायंस जियो  ( Reliance Jio) का आईपीओ ( IPO) पूरे टेलिकॉम सेक्टर के वैल्यूएशन के लिहाज से एक बड़े उत्प्रेरक का काम करेगा.  


5जी सर्विसेज पर से उठेगा पर्दा
सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में स्पेक्ट्रम हासिल करने वाली कंपनियों को स्पेक्ट्रम आवंटित कर दिया है और उन्हें 5जी सेवा लॉन्च करने की तैयारी करने को कहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम में 5जी सेवा के लॉन्च का ऐलान कर सकते हैं. 5जी स्पेक्ट्रम हासिल करने के लिए रिलायंस जियो ने 88,078 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. 


5 साल में रिलायंस जियो बनी नंबर -1 
हालांकि दोनों ही कंपनियों का आईपीओ आएगा तो शेयर बाजार के निवेशकों के लिए रिलायंस समूह  ( Reliance Group) की कंपनी में निवेश का सुनहरा मौका होगा. आपको बता दें 2016 में टेलीकॉम कारोबार को लॉन्च करने वाली रिलायंस जियो  ( Reliance Jio) महज पांच सालों में भारती एयरटेल ( Bharti Airtel) और वोडाफोन आइडिया ( Vodafone Idea) को पछाड़ते हुए देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई. 


दिग्गज ग्लोबल निवेशकों ने किया निवेश
मुकेश अंबानी  ( Mukesh Ambani) जियो में 33% हिस्सेदारी 13 निवेशकों को बेच चुके हैं। आपको बता दें ये हिस्सेदारी उन्होंने कोरोनाकाल के दौरान 2020 में बेची थी.  रिलायंस जियो  ( Reliance Jio) की 10% फीसदी फेसबुक (Facebook) को और 8% गूगल (Google) को बेची गई थी. इलके अलावा Intel Capital, Qualcomm Ventures और Silver Lake, Vista Equity Partners, General Atlantic और KKR जैसे टॉप इक्विटी फंड ने भी रिलांयस जियो में हिस्सेदारी खरीदी है. 


रिलायंस का इतिहास 
आपको बता दें बीते कई वर्षों से रिलायंस जियो ( Reliance Jio) और रिलायंस रिटेल ( Reliance Retail) की स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टिंग को लेकर सुगबुगहाट होती रही है. जब से रिलायंस समूह ( Reliance Group)  के कारोबार का मुकेश अंबानी  ( Mukesh Ambani) और अनिल अंबानी ( Anil Ambani) के बीच बंटवारा हुआ है, मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली किसी कंपनी की पहली बार बाजार में आईपीओ आने की उम्मीद जगी है. आज से 44 साल पहले 1977 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ( Reliance Industries) का आईपीओ आया था और तब से इसने अपने निवेशकों को बेतहाशा रिटर्न दिया है.  


 


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