RBI Action on Banks: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकों के कामकाज का लेखा जोखा रखता है. हाल ही में आरबीआई (RBI Action on Bank) ने महाराष्ट्र के शिरपुर मर्चेंट्स कोऑपरेटिव बैंक (Shirpur Merchants Cooperative Bank) पर कार्रवाई करते हुए सोमवार को बैंक की निकासी सेवाओं पर रोक लगा दी. केंद्रीय बैंक ने यह कदम बैंक के वित्तीय हालात को देखते हुए उठाया है. आरबीआई के इस आदेश के बाद से बैंक में मौजूद चालू खाता या सेविंग खाता किसी से भी ग्राहकों को पैसे की निकासी करने की परमिशन नहीं है. हालांकि, ग्राहकों को कर्ज की राशि खाते से जमा करने की परमिशन मिल रही है.


रिजर्व बैंक ने कही यह बात


महाराष्ट्र के शिरपुर मर्चेंट्स कोऑपरेटिव बैंक पर कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए रिजर्व बैंक ने कहा कि अब बैंक को किसी भी तरह के नए कर्ज देने की परमिशन नहीं है. इसके साथ ही बैंक फिलहाल किसी तरह का निवेश भी नहीं कर सकता है. इसके साथ ही बैंक फिलहाल आरबीआई के परमिशन के बिना अपनी किसी भी संपत्ति का निपटान या हस्तांतरण नहीं कर सकता है. बैंक से पैसे निकासी की रोक 8 अप्रैल 2024 से अगले छह महीने तक लागू रहेंगे.


ग्राहकों पर कितना पड़ेगा असर?


जिन ग्राहकों के शिरपुर मर्चेंट्स कोऑपरेटिव बैंक में पैसे जमा है वह बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम (DICGC) के तहत पांच लाख रुपये तक की राशि क्लेम कर सकते है. ऐसे में जिन ग्राहकों के खाते में पांच लाख रुपये तक की राशि जमा है वह अपने पूरे पैसे प्राप्त कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ने बैंक पर लगे प्रतिबंध के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि इस कार्रवाई को लाइसेंस रद्द होने जैसा नहीं समझा जाना चाहिए और बैंक की वित्तीय स्थिति को सुधारे के लिए रिजर्व हैंक ने यह कार्रवाई की है.


आरबीआई ने IDFC First Bank और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर लगाया जुर्माना


रिजर्व बैंक ने हाल ही में ईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस (LIC Housing Finance) पर पर तगड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों पर जुर्माना लगाया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक पर 1 करोड़ रुपये और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर 49.70 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा बैंक ने चार एनबीएफसी यानी उत्तर प्रदेश की कुंडल्स मोटर फाइनेंस (Kundles Motor Finance), तमिलनाड़ु की नित्या फाइनेंस (Nithya Finance), पंजाब की भाटिया हायर परचेज (Bhatia Hire Purchase) और हिमाचल प्रदेश की जीवनज्योति डिपॉजिट्स एंड एडवांसेज (Jiwanjyoti Deposits and Advances) के एनबीएफसी के रजिस्ट्रेशन को रद्द कर दिया है. अब यह चारों एनबीएफसी कारोबार नहीं करेंगे.


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