RBI Penalty on Bank: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) नियमों की अनदेखी करने पर बैंकों पर अलग-अलग कार्रवाई करता रहा है. हाल ही में बैंक ने देश के पब्लिक सेक्टर के बड़े बैंक केनरा बैंक (Canara Bank) पर बड़ी कार्रवाई की है और उस पर करोड़ों का जुर्माना लगाया है. बैंक पर आरबीआई (RBI Action on Bank) ने 2.92 करोड़ रुपये की पेनाल्टी लगाई गई है. रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने बताया कि ब्याज दरों को रेपो रेट जैसे एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक करने और अयोग्य लोगों के सेविंग खाता खोलने के कारण बैंक पर यह कार्रवाई की गई है. 


मिली थी धोखाधड़ी की शिकायत


केंद्रीय बैंक ने जानकारी दी कि इससे पहले 31 मार्च, 2021 को रिजर्व बैंक ने केनरा बैंक की वित्तीय कार्य की जांच के लिए एक वैधानिक निरीक्षण किया था. जुलाई 2020 में एक अन्य बैंक द्वारा धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के बाद केंद्रीय बैंक यह निरीक्षण किया था. अपनी जांच में आरबीआई (RBI) ने पाया कि बैंक फ्लोटिंग रेट पर आधारित रिटेल और एमएसएमई (MSMEs) को प्रदान किए गए लोन पर ब्याज दरों को एक्सटर्नल बेंचमार्क से जोड़ने में असफल रहा है. इसके साथ ही वित्त वर्ष 2020-21 में नए फ्लोटिंग रेट आधारित रुपये के लोन पर वसूले जाने वाले ब्याज दर को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) से जोड़ने में भी बैंक नाकाम रहा.


सेविंग अकाउंट खोलने में की नियमों की अनदेखी


इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने यह भी बताया कि केनरा बैंक ने कई अयोग्य एंटिटीज के नाम पर सेविंग अकाउंट खोले और कई क्रेडिट कार्ड वाले खाते में फर्जी मोबाइल नंबर भी डाले. इसके साथ ही बैंक डेली जमा योजना (Daily Deposit Scheme) के तहत खोले गए खातों पर ब्याज देने में भी असफल रहा है. आरबीआई ने यह भी बताया कि बैंक ने उन खातों से एमएमएस चार्ज ले लिया जो वास्तविक तौर पर इस्तेमाल भी नहीं किया जा रहा था. इसके साथ ही बैंक ट्रांजैक्शन के आधार पर अलर्ट जारी करने में भी विफल रहा है.


ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असर


अपनी जांच में कई नियमों की अनदेखी के बाद रिजर्व बैंक ने केनरा बैंक को इन सभी मामलों में कारण बताओ नोटिस जारी किया. इसमें बैंक से पूछा गया कि उसपर कार्रवाई क्यों न की जाए. इसके बाद बैंक ने मौखिक और लिखित जवाब दिया. फिर आरबीआई ने बैंक पर 2.92 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई. ऐसे में सवाल उठता है कि इस जुर्माने का बैंक के ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा तो हम आपको बता दें कि ग्राहकों का इस जुर्माने से कोई लेना देना नहीं है. यह कार्रवाई बैंक पर ऑपरेशनल मामलों के कारण की गई है और ऐसे में इसका कस्टमर्स पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा.  


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