RBI Inflation Projection: वित्त वर्ष 2023-24 के लिए मौद्रिक नीति समिति की 5वीं  बैठक के बाद शुक्रवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कई अहम घोषणाएं की है. इसमें सबसे बड़ा ऐलान था कि आरबीआई ने एक बार फिर अपनी रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. ऐसे में रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बनी रहेगी. ब्याज दर स्थिर रखने के फैसले से कर्ज लेने वाले ग्राहकों पर ईएमआई का बोझ नहीं बढ़ेगा, मगर इससे सस्ती ब्याज दरों की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है. वहीं आरबीआई गवर्नर ने वित्त वर्ष 2024 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI inflation) 5.40 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.


वित्त वर्ष 2024 में 5.40 फीसदी रहेगी महंगाई दर


आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के बीच वित्त वर्ष 2024 में देश में रिटेल महंगाई दर स्थिर यानी 5.40 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. इससे पहले अगस्त 2023 में आरबीआई ने अपने महंगाई दर के अनुमान को 5.1 फीसदी से बढ़ाकर 5.40 फीसदी कर दिया था. आरबीआई का वित्त वर्ष 24 की महंगाई का अनुमान में बदलाव न करना इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले कुछ वक्त में खाने-पीने की चीजों के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है.


दिसंबर में बढ़ सकती महंगाई-आरबीआई गवर्नर


महंगाई पर बात करते हुए दास ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक नीतियों में बदलाव का असर महंगाई के आंकड़ों पर साफ तौर पर दिखा है, लेकिन खाद्य महंगाई दर में बढ़ोतरी के पीछे सप्लाई चेन जैसे कई अन्य कारण भी शामिल है. खाने-पीने की चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी का असर साफ तौर पर नवंबर और संभवत: दिसंबर के आंकड़ों में भी दिख सकता है.


केंद्रीय बैंक ने महंगाई पर प्रोजेक्शन देते हुए वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में मुद्रास्फीति दर 5.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.20 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. खास बात ये है कि अक्टूबर की बैठक के बाद महंगाई पर आरबीआई ने यह आंकड़े पेश किए थे.  वहीं अगले वित्त वर्ष के लिए आरबीआई ने पहले तिमाही में महंगाई दर 5.20 फीसदी, दूसरी तिमाही में 4 फीसदी और तीसरी तिमाही में 4.70 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.


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