RBI on Paytm Issue: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) को शुक्रवार को निर्देश दिया है कि वह पेटीएम के यूपीआई पेमेंट्स के लिए थर्ड पार्टी एप प्रोवाइडर बनने के प्रस्ताव पर विचार करे. पेटीएम ने एक्सिस बैंक के साथ मिलकर यह प्रस्ताव एनपीसीआई को दिया है. यदि उसे यूपीआई पेमेंट्स के नियामक एनपीसीआई की मंजूरी मिल जाती है तो लाखों कस्टमर्स को असुविधा नहीं होगी.


5 बैंकों को पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बना सकता है एनपीसीआई


आरबीआई के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा @paytm हैंडल का इस्तेमाल किया जाता है. रिजर्व बैंक ने कहा कि @paytm हैंडल का इस्तेमाल कर रहे कस्टमर्स को पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जगह अन्य बैंकों के साथ बिना किसी दिक्कत के जोड़ दिया जाएगा. एनपीसीआई इसके लिए लगभग 5 बैंकों को पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बना सकता है. हाल ही में आरबीआई ने एफएक्यू के जरिए स्पष्ट किया था कि 15 मार्च के पहले मर्चेंट्स को नया क्यूआर कोड मिलेगा. यह क्यूआर कोड किसी और बैंक से जुड़ा होगा.


टीपीएपी पर अभी नए यूजर्स नहीं जोड़े जा सकेंगे


पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One97 Communication) ने एनपीसीआई को थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (TPAP) बनने के लिए आवेदन दिया है. नियमों के अनुसार, यदि इसे मंजूरी मिल जाती है तो वो यूपीआई ऑपरेशन जारी रख सकेगा. आरबीआई के निर्देशों के अनुसार, यूपीआई कस्टमर को असुविधा नहीं आनी चाहिए. केंद्रीय बैंक ने कहा कि जब तक पुराने सभी कस्टमर्स नए हैंडल पर नहीं जाते तब तक टीपीएपी पर नए यूजर्स नहीं जोड़े जा सकेंगे.


31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर लगी थी रोक 


आरबीआई ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर डिपॉजिट लेने की रोक लगा दी थी. पहले इसकी मियाद 29 फरवरी थी. बाद में 16 फरवरी को इसे बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया गया था. इस प्रतिबंध के चलते पेमेंट्स बैंक किसी भी तरह के डिपॉजिट, क्रेडिट ट्रांजेक्शन या टॉप अप नहीं कर सकता. हालांकि, हाल ही में जारी एफएक्यू में आरबीआई ने स्पष्ट किया था कि पेटीएम के साउंड बॉक्स, क्यूआर कोड और कार्ड मशीन बिना किसी दिक्कत के चलते रहेंगे.


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