Rakesh Jhunjhunwala Backed Metro Brands IPO: Big Bull राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) निवेशित मेट्रो ब्रांड्स (Metro Brands) का आईपीओ 10 दिसंबर को खुलने जा रहा है. फुटवियर क्षेत्र की देश की दिग्गज रिटेलर मेट्रो ब्रांड्स आईपीओ के जरिये 1370 करोड़ रुपये बाजार से जुटाने जा रही है.


मेट्रो ब्रांड्स ने तय किया आईपीओ का प्राइस बैंड


मेट्रो ब्रांड्स ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 485 से 500 रुपये प्रति शेयर तय किया है. कंपनी का आईपीओ 10 दिसंबर को खुलेगा और 14 दिसंबर को बंद होगा. कंपनी आईपीओ में  295 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी कर रही है साथ ही कंपनी के प्रोमोटर और अन्य शेयरधारक 2.14 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री ओएफएस ( Offer For sale) के जरिये बेचेंगे. आईपीओ के जरिये कंपनी के प्रोमोटर   10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेंगे जिसके बाद प्रोमोटर्स की कंपनी में हिस्सेदारी मौजूदा 85 फीसदी से घटकर 75 फीसदी रह जाएगी. मेट्रो ब्रांड्स में राकेश झुनझुनवाला की करीब 15 फ़ीसदी हिस्सेदारी है. नवंबर के आखिरी हफ्ते में मेट्रो ब्रांड्स (Metro Brands) को आईपीओ लाने की मंजूरी मिली थी.  मेट्रो ब्रांड्स में राकेश झुनझुनवाला की करीब 15 फ़ीसदी हिस्सेदारी है.


किन ब्रांड में होगा निवेश?


आईपीओ से जुटाये गए रकम से कंपनी अपने ब्रांड्स मेट्रो, मोची, वॉकवे और क्रॉक्स के नए स्टोर खोलने के साथ ही कंपनी के दूसरे तरह के कैपिटल एक्सपेंडिचर पर खर्च करेगी. मौजूदा समय में देश के 134 शहरों में कंपनी के कुल 586 स्टोर हैं. इनमें से 211 स्टोर पिछले तीन साल में खोले गए हैं. 


मेट्रो का कारोबार
1955 में मुंबई में मेट्रो ब्रांड ने अपना पहला स्टोर खोला था. तब से पुरुषों, महिलाओं, यूनिसेक्स और बच्चों सहित पूरे परिवार के लिए ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की एक बड़ी रिटेल चेन के तौर पर वन-स्टॉप शॉप के रूप में विकसित हुआ है. 


कुल आमदनी
जुलाई से सितंबर तिमाही में मेट्रो ब्रांड्स की कुल आमदनी 490 करोड़ रुपये रही थी. 1 साल पहले की इसी अवधि में मेट्रो ब्रांड्स को की कुल आमदनी 228 करोड़ रुपये रही थी. सितंबर तिमाही में मेट्रो ब्रांड्स का नेट प्रॉफिट 43 करोड़ रुपये रहा है.पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 41 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. 


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