बिहार को जल्दी ही गड़े खजाने का तोहफा मिल सकता है. सरकारी कंपनी ओएनजीसी जल्द ही बिहार में तेल के एक कुएं की खुदाई करने वाली है. यह बिहार में स्थित गंगा घाटी में तेल की खोज के प्रयासों का हिस्सा है.


समस्तीपुर में होगी तेल की तलाश


ईटी की एक रिपोर्ट में ओएनजीसी की डाइरेक्टर सुषमा रावत के हवाले से इसकी जानकारी दी गई है. उन्होंने बताया कि ओएनजीसी जिस ब्लॉक में तेल की तलाशी करने जा रही है, वह बिहार के समस्तीपुर जिले में स्थित है. यह पूरा ब्लॉक 300 वर्ग किलोमीटर का है. उसके लिए ओएनजीसी पहले ही 3डी सीस्मिक डेटा हासिल कर चुकी है.


इसी साल होगी पहले कुएं की खुदाई


ओएनजीसी तेल की तलाश के प्रयासों में दो कुओं की खुदाई करने वाली है. पहले कुएं की ड्रिलिंग इसी साल होगी. पहले कुएं की खुदाई पर ओएनजीसी को 30 से 35 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. पहले कुएं की खुदाई से जो डेटा हासिल होगा, उससे कंपनी को दूसरे कुएं की खुदाई में मदद मिलेगी, साथ ही उसे पूरे एक्सप्लोरेशन ब्लॉक के लिए योजना तैयार करने में मदद मिलेगी.


आधी सदी बाद हो रहा प्रयास


बिहार में इससे पहले तेल के कुओं की तलाश के प्रयास कई दशक पहले हुए थे. करीब आधी सदी पहले अंतिम बार बिहार में तेल के कुएं खोदे गए थे. उसके बाद से अब तक पिछले पांच दशकों में काफी सारे सीस्मिक डेटा निकलकर सामने आए हैं. नए कुएं की ड्रिलिंग से उन डेटा का बेहतर इस्तेमाल करना संभव हो सकेगा.


बलिया में भी होगी खुदाई


ओएनजीसी देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी है. कंपनी बिहार के समस्तीपुर के अलावा उत्तर प्रदेश के बलिया में भी गंगा बेसिन में ही एक अन्य ब्लॉक में कुएं खोदने वाली है. अगर इन प्रयासों में तेल का पता चलता है तो इससे स्थानीय उद्योगों और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को ऑयल मैप पर स्थान मिलेगा. हालांकि बलिया वाले मामले में ओएनजीसी को जमीन के अधिग्रहण से जुड़ी दिक्कतें आ रही हैं.


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