ONDC: ओएनडीसी (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) की पहुंच अब विदेश तक होने वाली है. इससे जुड़ी बड़ी खबर आई है. ओएनडीसी की योजना है कि संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर में भारतीय आइटम्स के बिजनेस टू बिजनेस परचेज के लिए कारोबारी संभावनाओं का ट्रायल किया जाए. ओएनडीसी की इस पहल को आने वाले सितंबर-अक्टूबर तक शुरू करने की योजना है.


सीरीज चलाने पर ओएनडीसी का विचार


इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि ओएनडीसी छोटे मर्चेंट्स के जरिए एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने की पहल करने के लिए एक सीरीज चलाने पर काम कर रहा है. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन देशों के लोग भारतीय सामान खरीदने के लिए उत्सुक रहते हैं वहां इनकी बिक्री और एक्सपोर्ट करना ज्यादा आसान होने वाला है और इन्हीं संभावनाओं को भुनाने के लिए ओएनडीसी की ओर से ये पहल की जा रही है.


ओएनडीसी की क्या है योजना


ओएनडीसी की भरोसेमंद छोटे मर्चेंट्स के जरिए अपने ऑफशोर प्लान्स को परवान चढ़ाने की योजना है.  इसके तहत लॉजिस्टिक्स और एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन के साथ क्रेडिबिलिटी बैज भी ऐसे छोटे कारोबारियों को दिए जाएंगे. ओएनडीसी की आगे के लिए योजना है कि अगर शुरुआती प्लान के तौर पर दो देशों में ये पहल कामयाब होती है तो अन्य देशों में भी इसका विस्तार किया जा सकता है.


क्या है ONDC 


ओएनडीसी एक यूपीआई-प्रकार का प्रोटोकॉल है. इसका मकसद तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स क्षेत्र को दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचाना, छोटे खुदरा विक्रेताओं की मदद करना और फ्लिपकार्ट (Flipkart) और अमेजन (Amazon) जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों पर अंकुश लगाना है. इन दोनों का देश के ऑनलाइन खुदरा बाजार के 80 फीसदी हिस्से पर कब्जा है. ओएनडीसी की शुरुआत पिछले साल सितंबर महीने से हो गई थी और अब ये धीरे-धीरे पॉपुलर हो रहा है. 


केंद्र सरकार ने एक नई तरह के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (E-Commerce Platform) ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (Open Network for Digital Commerce-ONDC) की शुरुआत बेंगलुरु से की थी. देश में ये नए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के तौर पर उभर रहा है.


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