Oil Companies Stock On Fire: कच्चे तेल के दामों में कमी के बावजूद भले ही आम लोगों को महंगे पेट्रोल डीजल से राहत नहीं मिल रही पा रही हो. लेकिन सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में जिन निवेशकों के निवेश कर रखा है उन निवेशकों की तो लॉटरी निकल आई है. सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के स्टॉक ने पिछले एक साल में मल्टीबैगर रिटर्न अपने शेयरधारकों को दिया है. 


OMC के स्टॉक में छाई रौनक


साल 2024 का एक महीना सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के स्टॉक्स के लिए बेहद शानदार रहा है. सबसे बड़ी ओएमसी इंडियल ऑयल कॉरपोरेशन की बात करें तो 2024 में स्टॉक में 42 फीसदी का उछाल आ चुका है. तीन महीने में 90 फीसदी और एक साल में स्टॉक में 132 फीसदी की तेजी आई है. मंगलवार के कारोबारी सत्र में आईओसी का शेयर 6.06 फीसदी के उछाल के साथ 185.50 रुपये पर बंद हुआ है. 


स्टॉक्स ने दिया मल्टीबैगर रिटर्न 


एचपीसीएल के शेयर की बात करें तो 2024 में स्टॉक में 34 फीसदी की तेजी आई है. 3 महीने में 104 फीसदी और एक साल में स्टॉक में 131 फीसदी का उछाल आया है. आज के ट्रेड में एचपीसीएल का स्टॉक 5.39 फीसदी के उछाल के साथ 535.80 रुपये पर क्लोज हुआ है. बीपीसीएल के शेयर पर नजर डालें तो 2024 में स्टॉक 35 फीसदी चढ़ा है. 3 महीने में शेयर में 66 फीसदी और एक साल में 82 फीसदी की तेजी आई है.


सिर पर चुनाव, फिर भी नहीं घटे दाम


लोकसभा चुनाव सिर पर है. कच्चे तेल के दामों में भारी कमी आ चुकी है तो सरकारी तेल कंपनियों को पेट्रोल डीजल बेचने पर मुनाफा भी हो रहा है. इसके बावजूद सरकार ने पेट्रोल डीजल के दाम नहीं घटाये हैं. जिसके चलते इन कंपनियों के स्टॉक्स पर निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. बीते कई सालों से तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर ने निवेशकों को मायूस किया था. 


जारी रह सकती है शेयरों में तेजी!


वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में सरकारी तेल कंपनियों का वित्तीय नतीजा बेहतर रहा है और आने वाले दिनों में और भी बेहतर रहने की उम्मीद है जिसके चलते तीनों कंपनियों के शेयरों में तेजी है. तीसरी तिमाही में आईओसी को 8063 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. बीपीसीएल को 3398 करोड़ रुपये तो एचपीसीएल को 529 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. वहीं मॉर्गन स्टैनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि तीनों सरकारी कंपनियों के स्टॉक्स में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है.   


ये भी पढ़ें 


Real Estate Sector: बेंगलुरु, मुंबई और Delhi NCR टॉप 10 रेसिडेंशियल मार्केट्स में शामिल, सबसे ज्यादा इन शहरों में बढ़ी कीमत!