Bank FD vs NSC: मार्च का महीना खत्म होने वाला है. वित्त वर्ष 2023-24 के खत्म होने से पहले अगर आप टैक्स सेविंग विकल्प में निवेश करना चाहते हैं तो हम आपको दो शानदार विकल्पों के बारे में बता रहे हैं. बैंक की टैक्स सेविंग एफडी और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट टैक्स बचाव के अच्छे ऑप्शन में से एक है. बैंकों की पांच साल या उससे अधिक की अवधि की एफडी में निवेश करने पर आपको टैक्स सेविंग का लाभ मिलेगा. 


वहीं पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में भी निवेश करके आप अच्छे रिटर्न के साथ टैक्स सेविंग का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. ऐसे में अगर आप दोनों में से किसी एक में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है-


5 साल की एफडी स्कीम-


एसबीआई से लेकर एचडीएफसी तक सभी बैंक अपने ग्राहकों को 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी का विकल्प दे रहे हैं. अलग बैंकों पर ग्राहकों को 6 से 8 फीसदी तक ब्याज दर का लाभ मिल रहा है. 5 साल की एफडी पर ग्राहकों को इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत सालाना 1.50 लाख रुपये तक की छूट मिलती है. 5 साल की एफडी स्कीम में आप कुल पांच साल के पैसे निवेश कर सकते हैं. एफडी स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टीडीएस लागू होता है. सीनियर सिटीजन को बैंकों द्वारा एफडी स्कीम पर अतिरिक्त ब्याज का लाभ मिलता है.


नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट-


नेशनल सेविंग स्कीम के तहत ग्राहकों को पोस्ट ऑफिस 6.8 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा है. इस स्कीम के तहत आप 100 रुपये के मल्टीपल में कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. वहीं NSC  इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की छूट ऑफर करता है. एनएससी स्कीम में ग्राहकों को प्रीमैच्योर विड्रॉल की भी सुविधा मिलती है, लेकिन इसके लिए आपको पेनाल्टी का भुगतान करना होगा.


कौन सी स्कीम है बेहतर


बैंक की एफडी स्कीम और नेशनल सेविंग स्कीम दोनों ही सुरक्षित निवेश का विकल्प है, लेकिन सीनियर सिटीजन को बैंक ज्यादा ब्याज दर ऑफर करते हैं. ऐसे में सीनियर सिटीजन के लिए टैक्स सेविंग एफडी एक बेहतर विकल्प हो सकता है. वहीं आम लोगों के लिए नेशनल सेविंग स्कीम के तहत ज्यादा ब्याज दर का लाभ मिल सकता है. ऐसे में आप अपनी जरूरत के अनुसार दोनों में से किसी एक विकल्प को चुन सकते हैं.


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