Small Saving Schemes News: छोटी सरकारी बचत योजनाओं में निवेशक करने वालों को बड़ा झटका लगा है.  आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी और सरकारी बांड के यील्ड में बढ़ोतरी के बावजूद सरकार ने जुलाई से सितंबर महीने में एनएससी (NSC), पीपीएफ (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजनाओं ( Sukanya Samriddhi Yojna) जैसी बचत योजना पर ब्याज दरें नहीं बढ़ाने का फैसला किया है. वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने कहा है छोटी बचत योजनाओं पर वहीं ब्याज दरें रहेंगी जो 1 अप्रैल 2022 से लेकर जून 2022 के बीच लागू थी. 


दरअसल बढ़ती महंगाई, ब्याज दरें बढ़ने और एक सालों में सरकार के बांड पर यील्ड यानि रिटर्न (Government Bond Yield) में जबरदस्त उछाल आया है. ऐसे में माना जा रहा था कि पीपीएफ, एनएससी और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी स्कीमें जो इन बांड के साथ लिंक्ड है उनके ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी.  गोपीनाथ कमिटी ने 2011 में सुझाव दिया था कि ऐसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार के बांड के यील्ड से 25 से 100 बेसिस प्वाइंट ज्यादा होनी चाहिए. लेकिन वित्त मंत्रालय ने 2022-23 की दूसरी तिमाही में इन बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.  




फिलहाल पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर 7.1 फीसदी सलाना ब्याज दर मिलता है, NSC यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी सलाना ब्याज मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojna) पर 7.6 फीसदी तो सीनियर सिटीजन टैक्स सेविंग स्कीम ( Senior Citizen Saving Scheme पर 7.4 फीसदी ब्याज मिल रहा है. किसान विकास पत्र ( Kisan Vikas Patra) पर 6.9 फीसदी ब्याज मिल रहा है. एक वर्षीय सावधि जमा योजना पर 5.5 प्रतिशत , एक से पांच साल की सावधि जमा पर 5.5-6.7 प्रतिशत की ब्याज दर और पांच साल की जमा योजना पर 5.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. आपको बता दें 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.


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