Mutual Funds: म्यूचु्अल फंड के बारे में बढ़ती जागरूकता, डिजिटल प्लेटफॉर्म से लेनदेन में आई सुगमता और शेयर बाजारों में आए तेज उछाल से परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (AMC) वित्त वर्ष 2021-22 में 3.17 करोड़ निवेशक खाते जोड़ने में सफल रहीं.

81 लाख लोगों ने खोला अकाउंटएसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में म्यूचुअल फंड खाता खोलने वाले निवेशकों की संख्या एक साल पहले की तुलना में बहुत अधिक बढ़ गई. वर्ष 2020-21 में 81 लाख नए खाते जुड़े थे.

Mutual Fubds की तरफ बढ़ रहा रुझानमहिलाओं के लिए वित्तीय मंच मुहैया कराने वाली कंपनी एलएक्सएमई (LXME) की संस्थापक प्रीत राठी गुप्ता ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में भी नए निवेशकों के म्यूचुअल फंड योजनाओं का हिस्सा बनने की तीव्र दर जारी रहने की संभावना है. उन्होंने कहा कि इससे सावधि जमाओं एवं बचत खातों से इतर निवेश के साधन के तौर पर म्यूचुअल फंड की तरफ रुझान बढ़ेगा.

बाजार के हालात का दिख रहा असरउन्होंने कहा कि म्यूचुअल फंड उद्योग पर बाजार के हालात, भू-राजनीतिक परिदृश्य, बढ़ती महंगाई और लोगों के बीच बढ़ती जागरूकता का असर देखा जा सकता है. हालांकि, बैंकिंग प्रौद्योगिकी फर्म नियो के रणनीति प्रमुख स्वप्निल भास्कर का मानना है कि अगर खुदरा निवेशक ब्याज दरों में बदलाव होने पर बाजार की उठापटक से प्रभावित होते हैं, तो म्यूचुअल फंड के नए खातों की संख्या में थोड़ी गिरावट आ सकती है.

जानिए आंकड़ेएम्फी के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2022 में 43 म्यूचुअल फंड कंपनियों के खातों की संख्या बढ़कर 12.95 करोड़ पर पहुंच गई जबकि मार्च, 2021 में यह संख्या 9.78 करोड़ थी. इस तरह एक वित्त वर्ष में ही 3.17 करोड़ नए खाते खुले हैं.

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